देहरादून, उत्तराखंड. हल्द्वानी हिंसा के मामले में आरोपियों की धरपकड़ के लिए पुलिस तेजी से कार्रवाई कर रही है. रिपोर्ट्स के अनुसार, पुलिस ने 25 लोगों को गिरफ्तार किया है, इनमें से 11 आरोपियों को सीसीटीवी फुटेज और वीडियों से पहचानकर चिन्हित किया गया है. आरोपियों के पास से कथित तौर पर बनभूलपुरा पुलिस स्टेशन से लूटा गया कारतूस, गोला-बारूद भी बरामद किया गया है.
रविवार रात 7:30 बजे कोतवाली सभागार में एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा ने प्रेसवार्ता में बनभूलपुरा हिंसा के मामले में गिरफ्तार आरोपियों के संबंध में जानकारी दी. एसएसपी ने बताया कि अभी तक पुलिस करीब 200 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों की फुटेज और लगभग 500 मोबाइल वीडियो की जांच कर चुकी है.
पुलिस की ओर से दर्ज मामले में गुलजार अहमद, रईस अहमद, मोहम्मद फरीद, जावेद, मोहम्मद साद, मोहम्मद तसलीम को गिरफ्तार किया गया है. वहीं नगर निगम की ओर से दर्ज मामले में अहमद हसन, शाहरुख, अरजना, रिहान, जिशान, मुजम्मिल और माजिद को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तारियों से मिले अवैध हथियार और कारतूसों की संख्या के आधार पर कार्रवाई की जा रही है. एसएसपी ने कहा कि अभी अब्दुल मलिक की गिरफ्तारी नहीं हुई है, उसे भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
मलिक ने सरकार भूमि पर अवैध ढांचे का निर्माण किया था, जिसके विध्वंस के बाद शहर में हिंसा भड़क गई थी. जिसमें पुलिस और मीडिया कर्मियों सहित 100 से अधिक घायल हो गए. एसएसपी ने बताया कि अब तक कुल गिरफ्तारियों की संख्या 30 हो गई है.
अपने आप को मलिक का बगीचा का मालिक बताने वाले अब्दुल के बारे में कहा जाता है कि 50 रुपये के स्टाम्प पेपर पर ज़मीने बेच दी. खुफिया रिपोर्ट के असार, अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई से पहले अब्दुल ने बलवे की तैयारी कर ली थी.
पुलिस घर-घर उपद्रवियों की तलाश कर रही है, थाना बनभूलपुरा को पुनः स्थापित कर लिया गया है. संदिग्ध इमारतों की कुंडली खंगाली जा रही है. ड्रोन और सीसीटीवी से चप्पे चप्पे पर नज़र है.
प्रशासन भी ज़रूरी चीजों को घर-घर पहुंचाने की कोशिश कर रहा है. प्रभावित क्षेत्र में लगभग 7 हज़ार लीटर दूध, 2 गाड़ी राशन, 2 ट्रक सब्ज़ी, और दो गैस गाड़ियों की आपूर्ति हुई. इनमें से एक गाड़ी भारत गैस की और दूसरी इंडेन गैस की थी, जिससे कुल 200 सिलेंडर की आपूर्ति हो पाई. साथ ही, जिन क्षेत्रों में बिजली और पेयजल की कमी थी, उन्हें भी सुधारा गया. सूचना की पुष्टि जोनल मजिस्ट्रेट ए पी वाजपेयी ने की है.
CAPF की 4 कंपनी की तैनाती
कानून व्यवस्था बिगाड़ने की साजिश को देखते हुए शनिवार को मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर 4 सीएपीएफ की कंपनी बनभूलपुरा में तैनाती के लिए आग्रह किया था. जिसके बाद आज 4 कंपनी सीआरपीएफ आज बनभूलपूरा में तैनात की गई.
हिंसा की तैयारी पहले से थी
हल्द्वानी में अवैध रूप से निर्मित ढांचे को हटाए जाने को लेकर जो हिंसा हुई उसे लेकर बड़ा खुलासा हुआ. देवभूमि को झुलसाने की तैयारी पहले से कल ली गई थी. बनभूलपूरा हिंसा से एक सप्ताह पहले इंटेलिजेंस ने प्रशासन को अलर्ट रिपोर्ट दी थी, जिसमें कहा गया था कि मस्जिद और मदरसे को हटाने की कार्रवाई को लेकर अब्दुल मलिक के साथ मुस्लिम संगठन और कट्टरपंथी लोग विरोध कर सकते हैं. इंटेलिजेंस ने प्रशासन को अब्दुल मलिक द्वारा बनभूलपुरा विवादित स्थल पर विरोध प्रदर्शन के बारे में सूचित किया था.