पहाड़ी नमक कि देशभर में भारी ड है क्योंकि
यह नमक स्वादिष्ट होने के साथ ही लाभदायक भी होता है. हिमालयन संस्था के गोविंद पंवार बताते हैं कि उनके
द्वारा उत्तराखंड के नमक देश-विदेशों तक पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है. वह
अकेले इस काम नहीं करते हैं बल्कि उत्तराखंड की लगभग 150 महिलाओं के साथ मिलकर वह काम करते हैं.इसमें ज्यादातर नमक को महिलाएं खुद अपने हाथों से
ओखली में कूट कर बनाती हैं. देहरादून में डोभाल चौक पर
स्थित पीसी नूंण दुकान पर आपको 57 प्रकार का पहाड़ी नमक मिलता
है. जिसको उत्तराखंड और देशभर के अलग-अलग हिस्सों में सप्लाई किया जाता है. इसकी
मैन्युफैक्चरिंग नैनीताल में की जाती है और इस कार्य को हिमालयन फ्लेवर संस्था के
द्वारा किया जा रहा है. यह संस्था न सिर्फ पहाड़ी नमक बल्कि इसके अलावा तमाम
उत्तराखंडी खाद्य पदार्थों को बाजारों में पहचान दिलाने का काम कर रही है.