88 हजार ऋषियों की तपोभूमि नैमिषारण्य धाम
सीतापुर से चलकर आने वाली पौराणिक महत्ता को संजोये चौरासी कोषीय परिक्रमा के
हरदोई पधारने पर सन्तों पर पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। श्रृद्धालुओं पर फूल और सन्त महन्तों को माला पहनाकर अभिनन्दन किया।
21 फरवरी को सीतापुर में
88 हजार ऋषि-मुनियों की
तपोस्थली नैमिषारण्य से 84 कोसी परिक्रमा का शुभारंभ हुआ था। इस दौरान
परिक्रमा में शामिल सभी श्रद्धालु आस्था में सराबोर नजर आए।आस्था की डगर पर हजारों
की संख्या में मौजूद भक्त सीताराम-सीताराम का जय घोष करते हुए पहले पड़ाव कोरौना
की तरफ रवाना हो गए। परिक्रमा पथ पर कोई हाथी, घोड़े, पालकी व ऊंट पर सवार नजर आया तो तमाम
श्रद्धालु पैदल ही भजन कीर्तन करते हुए आगे बढ़े चले जा रहे हैं। इस परिक्रमा में
कुल 11 पड़ाव हैं।आस्था की डगर पर हजारों की संख्या
में मौजूद भक्त सीताराम-सीताराम का जय घोष करते हुए पहले पड़ाव कोरौना की तरफ
रवाना हो गए। परिक्रमा पथ पर कोई हाथी, घोड़े, पालकी व ऊंट पर सवार नजर आया तो तमाम श्रद्धालु पैदल
ही भजन कीर्तन करते हुए आगे बढ़े चले जा रहे हैं। इस परिक्रमा में कुल 11 पड़ाव हैं।