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फतेहपुर में धर्म परिवर्तन के बाद युवती से सामूहिक दुष्कर्म

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फतेहपुर।

- गंभीर हालात में पीड़िता अस्पताल में भर्ती

- जांच में कानपुर के बताए जा रहे हैं आरोपी 

- कई सामाजिक संगठन आए सामने, विरोध जारी 

उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में एक किशोरी ने आरोप लगाया है कि तीन लोगों लबरी उर्फ रानू के इशारे पर रोशन और इरशाद ने उसे धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर करने के बाद उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। इस घटना के सामने आने के बाद पुलिस ने तुरंत मामला दर्ज कर लिया है । इस बीच, पीड़िता को गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसका उपचार चल रहा है और उसकी स्थिति की निगरानी की जा रही है। फतेहपुर की इस घटना में शामिल तीनों आरोपियों के कानपुर से होने की जानकारी सामने आ रही है। पुलिस जांच में यह तथ्य सामने आया है कि आरोपी कानपुर के निवासी हैं और वे किसी तरह से पीड़िता के संपर्क में आए थे। आपको बता दें किशोरी को तीन नवंबर को आरोपी  लबरी उर्फ रानू के इशारे पर रोशन और इरशाद ने अगवा किया था।

पुलिस इस मामले में सभी सबूतों और कड़ियों को जोड़ते हुए पूरी जांच कर रही है ताकि घटना की पूरी सच्चाई सामने आ सके और दोषियों को सजा दिलाई जा सके।


क्या है पूरा मामला?

पीड़िता के अनुसार, तीनों आरोपियों ने उसे पहले धर्म बदलने के लिए मजबूर किया और फिर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। किशोरी का कहना है कि आरोपियों ने उसे बहलाकर और धमकी देकर इस अपराध को अंजाम दिया। उसने पुलिस को बताया कि आरोपियों ने उसे धार्मिक प्रलोभन देकर और धमकी देकर उसके साथ गलत काम किया। 

पुलिस की प्रतिक्रिया और शुरुआती जांच-

किशोरी की शिकायत पर पुलिस ने तुरंत मामला दर्ज कर लिया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने आरोपियों की पहचान के प्रयास शुरू कर दिए हैं और उनकी गिरफ्तारी के लिए कई स्थानों पर दबिश दी जा रही है। पुलिस ने कहा है कि पीड़िता के बयान के आधार पर मामले की गहन जांच की जाएगी और दोषियों को सख्त सजा दिलाने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।

मेडिकल परीक्षण और साक्ष्य संग्रह-

पीड़िता को अस्पताल में भर्ती कराकर उसका मेडिकल परीक्षण कराया गया है। यह परीक्षण घटना के बारे में पुख्ता साक्ष्य जुटाने के लिए आवश्यक है, जिससे जांच में सहायता मिल सके। मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद पुलिस की जांच में और तेजी आ सकती है। पीड़िता की मानसिक स्थिति भी इस घटना के कारण गंभीर रूप से प्रभावित हुई है, इसलिए मनोवैज्ञानिक सहायता भी उपलब्ध कराई जा रही है।

स्थानीय प्रशासन और सामाजिक प्रतिक्रिया-

इस घटना के बाद फतेहपुर के स्थानीय समाज में आक्रोश है। कई सामाजिक संगठनों ने इस मामले पर नाराजगी जताई है और दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की मांग की है। प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है और आश्वासन दिया है कि इस घटना के सभी पहलुओं की निष्पक्ष जांच होगी।

राज्य में बढ़ते अपराध और महिला सुरक्षा पर सवाल-

इस घटना ने एक बार फिर राज्य में महिलाओं की सुरक्षा और धर्म परिवर्तन के मुद्दे को चर्चा में ला दिया है। प्रदेश सरकार और पुलिस पर इस तरह की घटनाओं को रोकने और अपराधियों को सख्त सजा देने का दबाव है। राज्य प्रशासन ने कहा है कि वे इस मामले को गंभीरता से ले रहे हैं और महिलाओं की सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।


फतेहपुर की यह घटना समाज के लिए एक चिंता का विषय है, और इससे यह संदेश स्पष्ट होता है कि महिला सुरक्षा को लेकर और अधिक प्रयासों की आवश्यकता है। पुलिस और प्रशासन की ओर से जारी जांच में आगे के कदम उठाए जाएंगे ताकि पीड़िता को न्याय मिल सके और दोषियों को कानून के अनुसार सजा दिलाई जा सके।