अयोध्या, उत्तर प्रदेश
अयोध्या राम मन्दिर के मुख्य शिखर पर धर्म ध्वजा के भव्य आरोहण के बाद भी रामजन्मभूमि परिसर के सात पूरक मन्दिरों में दर्शन कब शुरू होंगे—इसको लेकर अभी भी संशय बना हुआ है।
सूत्रों के अनुसार, दर्शन प्लान पहले ही तैयार कर लिया गया है और श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने 26 नवंबर के बाद पूरक मन्दिरों में दर्शन प्रारंभ करने की घोषणा भी कर दी थी। लेकिन भारी भीड़ और सुरक्षा व्यवस्थाओं को देखते हुए प्रक्रिया को कुछ समय के लिए रोक दिया गया है।
बताया जा रहा है कि ट्रस्ट पहले परिसर में आने वाले श्रद्धालुओं की दैनिक संख्या, भीड़ की आवाजाही और सुरक्षा बलों की क्षमता का विस्तृत आंकलन करेगा। इसके बाद ही सातों पूरक मन्दिर —सीता रसोई, हनुमान मंदिर, रुद्रावतार मन्दिर, विष्णु मन्दिर सहित अन्य स्थानों को दर्शनार्थियों के लिए खोलने पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि राममन्दिर में विशाल संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं और इसी वजह से पूरक मन्दिरों तक नियंत्रित प्रवेश को सुनिश्चित करना आवश्यक है। ट्रस्ट नहीं चाहता कि अचानक बढ़ी भीड़ से श्रद्धालुओं या सुरक्षा व्यवस्था पर कोई दबाव पड़े।
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हालांकि ट्रस्ट का कहना है कि जैसे ही भीड़ प्रबंधन से जुड़े आंकड़े और सुरक्षा रिपोर्ट सकारात्मक मिलेंगी, पूरक मन्दिरों में दर्शन चरणबद्ध तरीके से शुरू कर दिए जाएंगे।
अयोध्या में भव्य राम मन्दिर के पूर्ण रूप से खुलने की उत्सुकता लगातार बढ़ रही है। श्रद्धालु उम्मीद कर रहे हैं कि जल्द ही सातों पूरक मन्दिरों के दर्शन का सौभाग्य भी उन्हें प्राप्त होगा।



