केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान एक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए अमरोहा पहुंचे थे। यह कार्यक्रम संस्कार भारती व हिन्दी विश्व मंच की ओर से आयोजित किया गया था। आरिफ मोहम्मद खान ने इस महोत्सव में मुख्य अतिथि के रूप में अपने विचार व्यक्त किये।
अपना उद्बोधन
देते
हुए
उन्होंने
कहा
कि
खान
ने
कहा
कि
दुनिया
में
जितनी
भी
भाषाएं
हैं
वह
माँ
सरस्वती
की
वाणी
हैं।
ऋग्वेद
भारत
की
पहली
पुस्तक
है,
जिसका
मूल
उद्देश्य
'हम
सब
एक
हैं'
का
रहा
है।
किसी
भी
भाषा
का
विरोध
भारतीय
परंपरा
का
हिस्सा
नहीं
है।
भाषाओं
के
आधार
पर
राज्य
जरूर
अलग
हैं,
लेकिन
हम
सब
एक
देश
हैं
और
हिन्दी
सबको
आपस
में
जोड़ती
है।
अंग्रेजी
व
दूसरी
भाषाओं
में
दक्षता
होनी
चाहिए,
लेकिन
हिन्दी
सबसे
पहले
है।
वर्तमान
में
दुनियाभर
में
हिंदी
सीखने
वालों
की
संख्या
तीसरे
नंबर
पर
है।
दुनियाभर
के
लोग
तेजी
के
साथ
हिन्दी
सीख
रहे
हैं।
हिन्दी भाषा
के
प्रचार
में
हिन्दी
फिल्मों
में
अहम
योगदान
है।
गैर
हिन्दी
भाषी
राज्यों
के
लोग
भी
हिन्दी
फिल्मों
के
गीतों
को
समझते
हैं
और
गुनगुनाते
हैं।वहीं, इस
अवसर
पर
कार्यक्रम
संयोजक
डॉ.
यतींद्र
कटारिया
की
पुस्तक
हिन्दी
विश्व
यात्रा
और
मैं
का
विमोचन
भी
किया।साथ
ही
महोत्सव
में
हिन्दी
साहित्यकारों
व
कवियों
को
प्रशस्ति
पत्र
व
प्रतीक
चिह्न
देकर
सम्मानित
किया
गया।