दीपोत्सव पर विश्व रिकॉर्ड बनाएगा अयोध्या धाम
यूँ तो
दीपावली को प्रभु श्री राम, माता जानकी और श्री लक्ष्मण जी के अयोध्या पुनर्आगमन
की खुशी के उपलक्ष्य में सम्पूर्ण देश भर में मनाया जाता है। लेकिन अयोध्या में
इसे विशेष रूप से मनाया जाता है। पूरे शहर को दीयों से सजाया जाता है। सांस्कृतिक
कार्यक्रम, रामलीला
का मंचन और भी कई प्रकार की धार्मिक गतिविधियाँ होती हैं। इस समय अयोध्या की
दिव्यता देखते ही बनती है और इस दृश्य को देखने के लिए लाखों श्रद्धालु अयोध्या जी
पहुँचते हैं।
वैसे तो अयोध्या में प्रतिवर्ष दीपोत्सव का त्योहार हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है किंतु इस वर्ष यह अत्यंत विशेष है, क्योंकि यह दीपावली रामलला के नवीन मंदिर में प्रतिष्ठित होने के बाद पहली दीपावली है।
राममंदिर
सनातनियों के लिए केवल एक मंदिर मात्र नहीं है। ये उन लाखों रामभक्तों के त्याग और
बलिदान की परिणति है कि आज राममंदिर एक नए रूप में हमारे सामने है। 1528 में मुगल
आक्रांता बाबर के सिपहसालार मीर बाकी ने श्री राम मंदिर को खंडित कर बाबरी मस्जिद
बनाई और प्रभु श्री राम के जन्म स्थान पर उसकी मुख्य गुम्बद बनाई। जब रामभक्तों ने
इसका विरोध किया तो उन पर अत्याचार किए गए उनकी हत्याएं की गईं। तब से लेकर 2020 तक लगभग 500 वर्षों तक लाखों रामभक्तों ने अपनी इस धरोहर की रक्षा के लिए के कठोर
संघर्ष और रक्त बहाया तब जाकर सनातनियों ने इस धर्मयुद्ध को जीता और रामलला को
पुनः उनके जन्म स्थान पर मंदिर बनाकर प्रतिष्ठित किया। त्रेतायुग में तो प्रभु
श्री राम वनवास काट कर 14 वर्ष में लौटे थे किंतु कलयुग में एक मलेच्छ आक्रांता
बाबर के कारण भगवान को 500 वर्षों का वनवास काटना पड़ा।
किंतु अब
भगवान रामलला लौट आए हैं। ये खुशी ऐसी है कि इसे शब्दों में बाँधा नहीं जा सकता,
इसे केवल अनुभव किया जा सकता है।
इस वर्ष दीपोत्सव के आयोजन को विशेष बनाने के लिए सरकार और स्थानीय प्रशासन भव्य तैयारियों में जुटा हुआ है। दीपोत्सव का सबसे प्रमुख आकर्षण राममंदिर होगा, जिसे लगभग दो लाख दीपों से सजाया जाएगा, जो दृश्य देखने योग्य होगा।
आइए अब
आपको बताते हैं कि इस बार दीपोत्सव में क्या विशेष रहेगा-
सबसे
पहली विशेषता तो श्री राम मंदिर ही है जिसे भव्य तरीके से सजाया जाएगा, इसके लिए
मंदिर के चारों ओर दीपों की पंक्तियाँ लगाई जाएंगी और लगभग 25 लाख से अधिक दीपक जलाकर
एक नया विश्व रिकॉर्ड स्थापित किया जाएगा। इसके लिए अयोध्या और आसपास के क्षेत्र
के सभी कुम्भकार जोर शोर से दीपों के निर्माण में जुटे हुए हैं। साथ ही इस शानदार 4
दिवसीय दीपोत्सव में कई सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। इसके अलावा
मनमोहक लाइटिंग शो और 45 मिनट का लेजर शो का प्रदर्शन मुख्य आकर्षण रहेगा।
अगली विशेषता है सरयू नदी पर दीपदान, जहाँ सरयू नदी के तट पर लाखों श्रद्धालु एकत्रित होते हैं और वहाँ दीयों को जलाकर दीपदान करते हैं, जिससे पूरी सरयू नदी का नीला पानी सुनहरे प्रकाश से जगमगाने लगता है, साथ ही नदी के घाटों को भी दीपों से सजाया जाता है। यह दृश्य मंत्रमुग्ध कर देने वाला होता है। विश्व भर से श्रद्धालु प्रभु श्री राम के अयोध्या पुनर्आगमन की खुशी में मनाए जाने वाले इस पर्व की दिव्यता और भव्यता को दिखने के लिए अयोध्या आते हैं।
इस
प्रकार दीपोत्सव पर अयोध्या की दिव्य छटा देखने योग्य होगी, भगवान मर्यादा
पुरुषोत्तम श्री राम के दिव्य दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ अभी से उमड़ने लगी
है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दीपोत्सव के आयोजन का लगातार निरीक्षण कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी साथ साथ कई प्रमुख नेताओं के भी इस अवसर पर अयोध्या
आने की उम्मीद है।