हमारे देश में पूर्वकाल से ही विद्यालयों में गीत गायन की प्रतियोगिताएं होती आयी हैं...विद्यालयों में विशेष अवसरों पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं, जिसमें बच्चों को सम्मानित भी किया जाता हैं...ऐसी ही बुलंदशहर के एकेपी महाविद्यालय में कई छात्राओं को पुरुस्कार से सम्मानित किया गया...
विद्यालय में संस्कृत सप्ताह के अंतर विश्विद्यालयीय प्रतियोगिता का आरम्भ मुख्य अतिथि अंजना सिंघल, विशिष्ट अतिथि हरिदत्त शर्मा, सोहन शर्मा व विद्यालय के प्रधानाचार्य डिंपल विज ने मिलकर दीप प्रज्वलित कर किया....संयोजिका डॉ मनु आर्या के अनुसार इन प्रतियोगिताओं के माध्यम से श्लोक उच्चारण, संस्कृत गीत गायन व संस्कृत विज्ञापन निर्माण प्रतियोगिताएँ आयोजित हुई हैं....अतिथि अंजना सिंघल ने बताया कि प्रतियोगिताएं छात्रों की प्रतिभा को निखारने का माध्यम कही जाती हैं...संस्कृत भाषा भारत की आत्मा में बसती है...
असिस्टेंट हरिदत्त शर्मा का कहना है कि संस्कृत पूरी तरह से वैज्ञानिक और सक्षम भाषा है....इस भाषा का व्याकरण व भाषा विज्ञान बहुत ही व्यवस्थित है...
श्लोक उच्चारण की प्रतियोगिता में मोनिका महेश्वरी ने काशीराम राजकीय महाविद्यालय में प्रथम स्थान प्राप्त किया, मधु सैनी एकेपी डिग्री कॉलेज ने दूसरा व दीपिका मंगलायतन विश्विद्यालय बेसवां ने तीसरे स्थान पर रहीं है....बुलंदशहर की बुलबुल सोलंकी ने एकेपी डिग्री कॉलेज में प्रथम स्थान पर आकर अपने विद्यालय का मान बढाया है...
विद्यालयों में खास अवसरों पर विभिन्न प्रकार की सांस्कृतिक प्रतियोगिताएँ व कार्यक्रम आयोजित किये जाते रहते हैं, इससे छात्रों के मन में उत्साह नई उमंग जागृत होती हैं और इसके लिए उन्हें पुरुष्कार से सम्मानित भी किया जाता हैं...