- त्योहारों में सीसीटीवी से रखी जाएगी निगरानी
- स्वच्छता पर दिया विशेष जोर, धार्मिक नगरी की पवित्रता छेड़छाड़ करने की अनुमति किसी को नहीं
उत्तराखंड। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सार्वजनिक स्थलों पर थूकने की घटनाओं को लेकर सख्त कार्रवाई का आदेश दिया है। यह निर्णय राज्य में स्वच्छता और सार्वजनिक स्वास्थ्य को बनाए रखने के उद्देश्य से लिया गया है, विशेषकर तब जब कोरोना महामारी के बाद से लोगों के स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ी है। उन्होंने कहा कि धार्मिक नगरी की पवित्रता छेड़छाड़ करने की अनुमति किसी को नहीं है।
आदेश की पृष्ठभूमि
पिछले कुछ समय से राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में सार्वजनिक स्थलों पर थूकने की घटनाएं बढ़ रही थीं। इससे न केवल गंदगी फैल रही थी, बल्कि संक्रमण और बीमारियों के फैलने का खतरा भी बढ़ रहा था। इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री धामी ने इस पर ठोस कदम उठाने का निर्णय लिया।
सख्त कानूनी कार्रवाई
मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे सार्वजनिक स्थलों पर थूकने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। इसके अंतर्गत उन पर जुर्माना लगाने की प्रक्रिया को लागू किया जाएगा। उन्होंने स्थानीय निकायों और प्रशासन से अपील की है कि वे इस मुद्दे पर जन जागरूकता अभियान चलाएं। लोगों को समझाना आवश्यक है कि थूकने से न केवल स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, बल्कि यह सार्वजनिक स्वच्छता को भी प्रभावित करता है।
अभियान का आयोजन-
मुख्यमंत्री ने साफ-सफाई बनाए रखने के लिए विशेष अभियानों का आयोजन करने की बात कही है। इन अभियानों में विद्यालयों, कॉलेजों और स्थानीय समुदायों को शामिल किया जाएगा ताकि युवाओं और बच्चों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़े।
नियमित निरीक्षण
स्थानीय प्रशासन को यह सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया गया है कि सार्वजनिक स्थानों पर स्वच्छता बनाए रखने के लिए नियमित निरीक्षण किया जाए। यदि कोई व्यक्ति नियमों का उल्लंघन करता है, तो तुरंत कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री का दृष्टिकोण
सीएम धामी ने कहा कि स्वच्छता एक सामूहिक जिम्मेदारी है और इसमें हर नागरिक की भूमिका महत्वपूर्ण है। उन्होंने यह भी कहा कि यदि हम स्वच्छता को अपने जीवन का हिस्सा बनाएंगे, तो यह न केवल हमारे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होगा, बल्कि हमारे समाज के समग्र विकास में भी योगदान देगा।
समाज पर प्रभाव
यह आदेश उत्तराखंड में स्वच्छता और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता को बढ़ावा देगा। इसके माध्यम से उम्मीद है कि लोग सार्वजनिक स्थलों पर स्वच्छता का ध्यान रखेंगे और ऐसे अस्वच्छ व्यवहार से बचेंगे।
मुख्यमंत्री धामी का यह कदम उत्तराखंड में एक स्वच्छ और स्वस्थ वातावरण बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है। इससे न केवल गंदगी कम होगी, बल्कि राज्य की सुंदरता और नागरिकों के स्वास्थ्य में भी सुधार होगा।