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रायबरेली में शिक्षक परिवार के चार लोगों की हत्या

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अमेठी। अमेठी हत्याकांड में एक ही परिवार के चार लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना अमेठी के शिवरतनगंज इलाके में घटी, जहां एक सरकारी शिक्षक, उनकी पत्नी और उनके दो बच्चों को घर में घुसकर निशाना बनाया गया। यह परिवार किराए के मकान में रहता था। पुलिस को मौके पर गोलियों के कई खोखे मिले हैं, जिससे साफ होता है कि हत्या बेरहमी से की गई थी।

रायबरेली के गदागंज थाना क्षेत्र के सुदामापुर निवासी शिक्षक सुनील कुमार (35) पुत्र रामगोपाल अपनी पत्नी पूनम भारती (30), छह साल की बेटी सृष्टि, दो साल की बेटी लाडो के साथ जिले के शिवरतनगंज थाना क्षेत्र के अहोरवा भवानी कस्बे में मुन्ना अवस्थी के भवन में किराए पर रहते थे। सुनील कुमार तिलोई तहसील क्षेत्र के पन्हौना स्थित कंपोजिट विद्यालय में सहायक अध्यापक थे। बृहस्पतिवार की शाम वह पत्नी व बच्चों के साथ घर में मौजूद थे। तभी कुछ अज्ञात लोगों ने पहुंच कर शिक्षक को निशाना बनाते हुए फायरिंग कर दी। बचाव में पहुंची उसकी पत्नी व दो मासूम बेटियों को भी बदमाशों ने गोली मार दी। 

वारदात अंजाम देने के बाद हमलावर भाग निकले। गोली की आवाज सुनकर क्षेत्र में दहशत फैल गई। लोगों ने पुलिस को सूचना दी। घटना के बाद वहां स्थानीय लोग भी जमा हो गए। आनन फानन में जख्मी चारों लोगों को सीएचसी सिंहपुर पहुंचाया गया। जहां चिकित्सकों ने सभी को मृत घोषित कर दिया। ख्रबर मिलने पर आईजी प्रवीन कुमार, डीएम निशा अनंत, एसपी अनूप कुमार सिंह भारी पुलिस बल मौके पर पहुंच जांच की। फोरेसिंक टीम ने भी साक्ष्य जुटाएं हैं। सूत्रों का कहना है कि शिक्षक सुनील कुमार व उनके परिवार की मुकदमें की रंजिश में हत्या की गई है।




एसपी अनूप सिंह का कहना है कि शिक्षक परिवार पर कुछ लोगों ने फायरिंग कर दी। जिससे शिक्षक, उनकी पत्नी व दो बेटियों की मौत हो गई है। प्रथमदृष्टया जांच में पता चला कि सुनील कुमार ने रायबरेली कोवताली में चंदन वर्मा के खिलाफ छेड़छाड़ व एससीएसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कराया था। जांच की जा रही है कि कहीं उस घटना का इस वारदात से कोई संबंध तो नहीं है। पुलिस की टीम लगाई गई हैं। संभावित स्थानों पर दबिश दी जा रही है।

पड़ोसियों के अनुसार, गोलियों की आवाज सुनकर लोग मौके पर पहुंचे, लेकिन तब तक परिवार के सभी सदस्य मारे जा चुके थे। पुलिस ने इस मामले की जांच के लिए कई टीमें गठित की हैं और हमलावरों की पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाली जा रही है। प्रारंभिक जांच में यह संकेत मिला है कि हमलावर पीड़ित परिवार के परिचित हो सकते हैं, क्योंकि जबरन घुसने का कोई निशान नहीं मिला है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस जघन्य हत्या की कड़ी निंदा की है और दोषियों को सख्त से सख्त सजा दिलाने का आश्वासन दिया है। उन्होंने शोकाकुल परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं और घटना की त्वरित जांच और न्याय दिलाने का निर्देश दिया। वहीं कांग्रेस सुप्रीमों राहुल गांधी ने घटना की निंदा की है। हत्या के मामले में बसपा सुप्रीमो मायावती ने बयान जारी किया है। उन्होंने मांग की है कि दोषियों के साथ ही पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी सख्त कदम उठाए जाने चाहिए।

 यह हत्याकांड इलाके में दहशत का माहौल पैदा कर चुका है, और पुलिस ने लोगों से संयम बनाए रखने की अपील की है।

अंधाधुंध फायरिंग -

शिक्षक, उनकी पत्नी व दो मासूम बेटियों को मौत की नींद सुलाने वाले कातिलों ने अधाधुंध कई राउंड फायरिंग कर वारदात अंजाम दी है। मौके से बरामद नौ खोखा व एक जिंदा कारतूस इसकी गवाही दे रही हैं। हालांकि हत्यारे कितने और किस वाहन से घटना अंजाम देने आए थे, इसके सिर्फ कयास लगाए जा रहे हैं। हत्यारे इतने शातिर निकले कि वारदात की किसी को भनक तक नहीं लग पाई। पुलिस भी अभी हाथ मलती नजर आ रही है।

अहोरवा भवानी कस्बे के जिस मकान में शिक्षक परिवार रहता था। उसके आसपास कई दुकानें हैं। लेकिन कोई घटना को लेकर कोई कुछ बताने को तैयार नहीं है। पड़ोस में अमित मेडिकल स्टोर संचालित करने वाले राम मनोहन ने बताया कि उन्हें कुछ समझ में नहीं आया। गोलियों की आवाज सुनाई दी। तब वह चौकन्ना हुए। आसपास के लोग भी निकल आए। जिसके बाद इन लोगों ने पुलिस को सूचना दी। 

दावा किया जा रहा है कि इस बीच ताबड़तोड़ फायरिंग हुई। जब पुलिस मौके पर पहुंची तब पता चला कि शिक्षक के परिवार को निशाना बना कर हमला किया गया है। कुछ लोगों ने बताया कि बाइक से कुछ लोग आए थे। वह संदिग्ध नजर आ रहे थे। लेकिन ज्यादा उनके बारे में कुछ पता नहीं चला। उसी के बाद यह घटना हुई है। दावा किया जा रहा है कि वारदात अंजाम देने में तीन से चार लोग हो सकते हैं।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक मौके से नौ कारतूस खोखा बरामद हुए हैं। एक जिंदा कारतूस भी मिला है। जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि वारदात अंजाम देने वाले तीन से अधिक हो सकते हैं। हत्या में पिस्टल के इस्तेमाल का कयास लगाया है। हालांकि इस घटना को लेकर पुलिस भी बहुत कुछ बताने की स्थिति में नहीं है।

अब तक की पुलिस की जांच में यही पता चला है कि रायबरेली कोतवाली में शिक्षक की पत्नी द्वारा दर्ज कराया गया मुकदमा ही घटना की मुख्य वजह है। सूत्रों का कहना है कि 18 अगस्त को चंदन वर्मा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था। उसके बाद से ही शिक्षक परिवार ने रायबरेली छोड़ शिवरतनगंज के अहोरवा भवानी गांव में अपना ठिकाना बनाया था। 

इससे पहले शिक्षक सुनील कुमार प्रतिदिन अपडाउन करते थे। सुनील के साथी शिक्षक पवन कुमार ने बताया कि सुनील पहले रायबरेली से आते जाते थे, लेकिन पिछले करीब तीन माह से वह परिवार सहित यहीं रहने लगे थे। माना जा रहा है कि मुकदमा दर्ज कराने के बाद खतरों को देखते हुए शिक्षक ने अहोरवा भवानी में रहना शुरू किया।

शिक्षक परिवार पर जब गोलियां चलाई गईं तो अंधेरा हो चुका था। बताया जाता है कि करीब सात बजे की घटना है। एकाएक कई राउंड फायरिंग हुई। लोग जब तक कुछ समझ पाए, तब तक हमलावर घटना अंजाम देकर निकल गए। कुछ लोगों का कहना है कि करीब 10 से 15 मिनट तक गोलियों की आवाज सुनाई दी। उसके बाद सन्नाटा पसर गया। जब पुलिस पहुंची तब पता चला कि इतनी बड़ी घटना हो गई।

यह थी कहानी-

छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज कराने पर एक शिक्षक, उसकी पत्नी और दो बच्चों की कल यानी गुरुवार की सरेशाम ताबड़तोड़ फायरिंग कर हत्या कर दी गई। बृहस्पतिवार शाम करीब सात बजे शिवरतनगंज थाना क्षेत्र में घर में घुसकर इस वारदात को अंजाम दिया गया जिसके बाद वहां सनसनी फैल गई। पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पहुंच कर जांच की।

बच्चों को भी नहीं छोड़ा-

शिवरतनगंज थाना क्षेत्र के अहोरवा भवानी कस्बे के मुख्य चौराहे पर किराए के मकान में शिक्षक सुनील कुमार (35) अपनी पत्नी, दो बच्चों के साथ रहते थे। सुनील पीएमश्री विद्यालय पन्हौना में सहायक अध्यापक थे। बृहस्पतिवार की शाम कुछ असलहाधारी लोग उनके आवास पर पहुंचे। बदमाशों ने सुनील कुमार को निशाना बनाते हुए फायरिंग कर दी। बचाव में आईं उनकी पत्नी व दो बच्चे भी गोली का शिकार हो गया।