रविवार को महानगर में महर्षि वाल्मीकि जयन्ती के उपलक्ष्य में मातादीन (प्रसिद्ध स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी) वाल्मीकि सेवा यात्रा का आयोजन किया गया. सेवा यात्रा के दौरान एनएमओ एवं सेवा भारती द्वारा 87 सेवा बस्तियों में चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया.
सभी चिकित्सा शिविरों का शुभारंभ महर्षि वाल्मीकि एवं भारत माता के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ. सेवा बस्तियों में आयोजित चिकित्सा शिविरों में 10590 मरीजों का निःशुल्क परीक्षण किया गया तथा रोग सम्बन्धित दवा निःशुल्क वितरित की गयी.
चिकित्सा शिविर में 15 स्थानों पर नेत्र रोग विषेशज्ञों ने 200 से अधिक मरीज देखे, जिसमें से 120 मरीजों को निःशुल्क चश्मा वितरण किया गया. सफेद मोतिया बिंद के 176 मरीजों को चिह्नित किया गया, जिनका एन.एम.ओ. द्वारा निःशुल्क ऑपरेशन करवाया जाएगा.
सेवा भारती एवं एनएमओ द्वारा भूमिया माता मंदिर के पास स्थित भगवतपुरा बस्ती को गोद लिया, जिसमें 50 परिवारों का चयन किया तथा शहर के सुप्रसिद्ध डॉक्टरों द्वारा प्रत्येक माह उनका चेकअप (परीक्षण) किया जाएगा.
चिकित्सा शिविरों में लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज, सुभारती मेडिकल कॉलेज, एन.सी.आर. मेडिकल कॉलेज, आई.आई.एम.टी. मेडिकल कॉलेज तथा अन्य संस्थानों के 260 चिकित्सकों तथा 54 मेडिकल छात्रों का सहयोग मिला. इनमें न्यूरोलॉजिस्ट, स्त्री रोग विशेषज्ञ, गुर्दा रोग विशेषज्ञ, छाती रोग विशेषज्ञ, अस्थि रोग विशेषज्ञ, मनोचिकित्सक, व अन्य चिकित्सक उपलब्ध रहे.
चिकित्सा शिविरों की व्यवस्था राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मेरठ महानगर के कार्यकर्ताओं द्वारा की गई. शिविरों की व्यवस्था में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 750 स्वयंसेवकों का सहयोग रहा.
एन.एम.ओ. के मेरठ प्रान्त अध्यक्ष डॉ. विरोत्तम तोमर ने बताया कि मेरठ महानगर के अतिरिक्त मुरादबाद में 10, गाजियाबाद में 10, बिजनौर में 7, हापुड़ में 10, बड़ौत में 1 शिविर लगाए गए