मुरादाबाद, उत्तर प्रदेश
मुरादाबाद के छजलैट क्षेत्र में पांच वर्ष पहले शुरू हुई प्रेम कहानी अब शादी के बंधन में बदल गई, जी हाँ, अलग-अलग समुदाय से संबंध रखने वाले प्रेमी युगल ने समाज की परवाह न करते हुए आर्य समाज मंदिर में विवाह कर लिया। इसके बाद दोनों ने थाने पहुँचकर पुलिस को पूरी जानकारी दी। पुलिस ने दोनों के बयान दर्ज किए और सुरक्षा के साथ उन्हें दिल्ली तक पहुँचाया, जहाँ अब दोनों नया जीवन शुरू करेंगे। बताते चलें कि छजलैट क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली सहरीन खातून अंसारी की मुलाकात गौरव से हुई थी। जिसके बाद समय के साथ दोनों को एक दूसरे से प्यार हो गया और दोनों ने यह तय किया कि बालिग होने के बाद ही शादी करेंगे और साथ रहेंगे.. परन्तु दोनों को यह भी पता था कि धर्म अलग होने के कारण घरवाले उनके इस रिश्ते को कभी भी नहीं अपनाएंगे। दोनों के प्यार कि नींव इतनी मजबूत थी कि अगल मत भी इनके प्यार को कम न कर सका दोनों ने गौतमबुद्धनगर के जेवर स्थित आर्य समाज मंदिर में पहुँचकर विवाह कर लिया। शादी के बाद गौरव सहरीन को लेकर छजलैट थाने पहुँचा और पुलिस को पूरी जानकारी दी। पुलिस ने दोनों के बयान दर्ज किए और सुरक्षा के लिए उन्हें दिल्ली तक पहुँचाया। गौरव ने पुलिस को बताया कि अब वह दिल्ली में रहकर मेहनत-मजदूरी करेगा और पत्नी के साथ जीवन बिताएगा। वही इस मामले में थाना प्रभारी प्रदीप कुमार ने बताया कि दोनों बालिग हैं और अपनी मर्जी से शादी की है। बयान लेने के बाद पुलिस ने उन्हें उनके बताए स्थान तक सुरक्षित पहुँचा दिया।
सनातनी गौरव ने सहरीन को बिना मत बदले अपनाया
गौरव से विवाह करने के बाद भी सहरीन खातून अंसारी ने अपना मत नहीं बदला। जब वह छजलैट थाने में थी, तो दोपहर के समय उसने वहीं नमाज अदा की। पुलिस के पूछने पर सहरीन ने बताया, हमने शादी की है, लेकिन मैंने अपना धर्म नहीं बदला। हम दोनों साथ रहेंगे। मगर अपने-अपने धर्म का पालन करेंगे।