कानपुर, उत्तर प्रदेश
खेती में अब एक नया और अनोखा बदलाव आने वाला है, जी हाँ अब फसलों को बढ़ाने के लिए रासायनिक खाद की जगह मनुष्य के बालों से बना नाइट्रोजन प्रयोग किया जाएगा। जिससे खेती पूरी तरह जैविक बनेगी और मिट्टी की सेहत भी सुधरेगी। जानकारी के अनुसार भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान यानि कि IIT से जुड़ी कंपनी रिसाइटेक नेचुरल्स ने ऐसा बायोस्टिमुलेंट स्प्रे बनाया है, जिसमें नाइट्रोजन मनुष्य के बालों से लिया गया है। इस स्प्रे से पौधों की बढ़त में लगभग 10% तक वृद्धि देखी गई है। वही बालों से बना यह नाइट्रोजन पूरी तरह जैविक और सुरक्षित होगा।
वैसे भी हर दिन सैलून और नाई की दुकानों पर बहुत सारे बाल फेंक दिए जाते हैं। अब इन्हीं बालों को इकट्ठा कर कंपनी उनसे नाइट्रोजन, कार्बन और अमीनो एसिड उत्पन्न रही है। एक किलो बालों से करीब 150 ग्राम नाइट्रोजन मिल जाता है। वही कंपनी के संस्थापक ऋतिक श्रीवास्तव का कहना है कि गोबर की खाद में केवल 0.5% तक नाइट्रोजन होता है, जबकि बालों से बने स्प्रे में 16% नाइट्रोजन होता है, जो सीधे पौधों को मिल जाता है। इससे पौधे जल्दी बढ़ते हैं और फसल की पैदावार भी बढ़ जाती है।