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उत्तरकाशी में हुआ संघ के शताब्दी वर्ष कार्यक्रम का भव्य आयोजन

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 उत्तरकाशी 

संघ के शताब्दी वर्ष कार्यक्रम के अंतर्गत आज उत्तरकाशी के भटवाड़ी खण्ड के केशवपुरम मण्डल में एक भव्य आयोजन संपन्न हुआ। यह कार्यक्रम परम् पूजनीय श्रद्धेय डॉ. नित्यानंद जी की कर्मभूमि पर आयोजित किया गया।


-कार्यक्रम में मुख्य बौद्धिक वक्ता श्री अरविंद रावत जी ने ‘पंच परिवर्तन’ पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि हमें अपने स्व का बोध होना चाहिए। स्वदेशी वस्तुओं का अधिकाधिक उपयोग करना चाहिए।

-कुटुंब प्रबोधन को समझना आवश्यक है, क्योंकि जब परिवार बड़ा होता है तभी उसे कुटुंब कहा जाता है। हमें अपनी भेष-भूषा, रहन-सहन और खान-पान पर गर्व करना चाहिए। हम हिंदू हैं, इसलिए अपने मान-बिंदुओं की रक्षा करना हमारा कर्तव्य है। पाश्चात्य संस्कृति का अंधानुकरण करने से बचना चाहिए।

-सामाजिक समरसता को अपनाना चाहिए  हमारे संगठन में जात-पात, छुआछूत जैसी कुरीतियों के लिए कोई स्थान नहीं है।

-प्रत्येक नागरिक को अपने कर्तव्यों और नियमों का पालन करना चाहिए।

-पर्यावरण संरक्षण के लिए अपने जन्मदिन या किसी भी शुभ अवसर पर एक पौधा अवश्य लगाना चाहिए।


कार्यक्रम की अध्यक्षता भूतपूर्व सैनिक श्री उपेंद्र सिंह राणा जी (ग्राम प्रधान, बायणा) ने की। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि वे संघ से अत्यंत प्रभावित हैं, क्योंकि संघ हमें देशप्रेम और राष्ट्रभक्ति की प्रेरणा देता है, और यह हमारे लिए गर्व की बात है। इसके पश्चात संघ स्थान से मनेरी कॉलोनी होते हुए सेवा आश्रम तक पथ संचलन आयोजित किया गया, जो उत्साह और अनुशासन का प्रतीक रहा। कार्यक्रम में गंगोत्री विधायक श्री सुरेश चौहान जी, श्री कैलाश गॉड जी, श्री चतर जी, श्री प्रवेन्द्र जी, श्री जयप्रकाश जी, श्री रमेश नौटियाल जी तथा श्री अनूप भंडारी जी सहित अनेक कार्यकर्ता एवं समाजसेवी उपस्थित रहे।