देश की शान तिरंगा, जिसकी रक्षा में सरहद पर खड़े जवान अपनी जान की भी परवाह नहीं करते हैं....यह कभी झुके न शान से यूँ ही लहराता रहे इसके लिए कुछ भी कर जाते हैं....ऐसे ही एक हसनपुर शहर में वन्शप्लाज़ा के रहने वाले राजेन्द्र अग्रवाल के बेटे शिखर अग्रवाल की कहानी...जिन्होंने 17 अगस्त को रूस में स्थित माउंट एल्ब्रुस की चोटी, जो कि लगभग 5,600 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है पर देश का तिरंगा गाढ़ कर अपने जिले का नाम सम्पूर्ण विश्व में प्रसिद्ध कर दिया है...शिखर अग्रवाल नॉएडा में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर के तौर पर कार्य करते है...आपको यहाँ यह भी बता दें कि शिखर एक पर्वतारोही भी है...
इससे पहले भी शिखर अग्रवाल भारत की सबसे ऊँची चोटियों में से एक कही जाने वाली चोटी माउंट नून, जो लद्दाख में 6000 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, वहाँ पर भी तिरंगा लहरा चुके है...इसके अतिरिक्त वे माउंट स्टोक कांगड़ी, जिसकी ऊंचाई लगभग 6,153 मीटर है वहाँ पर भी झंडा गाढ़ चुके है...अपनी सफलता से उन्होंने पुरे परिवार में ख़ुशी का माहौलबना दिया है
ऐसे ही और भी कई युवा है जो तिरंगा की शान को बढ़ाने के लिए ऊँचे से ऊँचा शिखर पार कर जाते हैं और उनके इस प्रशंसापूर्ण कार्य को पूरे विश्व में सराहा और सम्मानित भी किया जाता है...