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मृत्यु के बाद भी दुनिया देख सकेंगे पदम सैन के नेत्र

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जीवन में कुछ ऐसी भी लोग हैं, जो स्वयं को मृत्यु के पश्चात भी दुसरो के लिए समर्पित कर देते हैं...अपने शरीर के अंग का दान करने का निश्चय पहले ही कर जाते हैं...ऐसे ही विशेष लोगों में से एक थे गंगोह के रहने वाले पदम सैन, जिनकी इच्छा से मृत्यु उपरांत नेत्रदान कराया गया....उनके नेत्रों से कॉर्निया निकालकर दो लोगों को लगाया जाएगा...उनके इस कार्य की हर ओर से प्रशंसा हो रही है...

रामबाग मार्ग स्थित रामतीर्थ कॉलोनी के निवासी 88 वर्ष के पदम सैन की मृत्यु पश्चात नेत्रदान की इच्छा थी...इसके लिए उन्होंने संकल्प पत्र की औपचारिकताएं भी पूरी कर ली थी....गुरुवार को उनका देहांत होने पर उनके पुत्र प्रदीप ने डॉ अमित गर्ग, गगन गर्ग से संपर्क किया...फिर सहारनपुर के रोशनी आई बैंक के अध्यक्ष सूरज जैन, चीरफ मेडिकल ऑफिसर डॉ श्वेता, मेनेजर सिया कश्यप ने लगभग 8 बजे दोनों आँखों से कॉर्निया को प्राप्त कर लिया...

दृष्टि संस्था के द्वारा गंगोह में 35 जोड़ी अथार्थ 70 नेत्रों का दान किया जा चूका हैं और 700 नेत्रदान संकल्प पत्र भी भरवाए जा चुके हैं...संस्था ने पदम सैन के प्रयास का भी आभार जताया है...उनके अनुसार इस तरह के प्रयासों से लोगों के जीवन में उजाला आ सकता है...इसी दौरान संस्था के सदस्य अरविंद पाल, कुलदीप, विशाल, डॉ वीनेट अग्रवाल, सोना देवी आदि शामिल रहे...

आपको बता दें कि दृष्टि संस्था की तरह ही देश में और भी ऐसी संस्थाएं हैं, जिनसे अन्य लोगों के जीवन में उजाला लाया जा रहा है और उन्हें एक बेहतर व स्वस्थ जीवन प्रदान कर रहा है...