अयोध्या समेत 26 जिलों में हाई अलर्ट: सुरक्षा कड़ी
- मथुरा के श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर और ईदगाह मस्जिद के आसपास कड़ी सुरक्षा व्यवस्था
- अफवाह, असंतोष या हिंसा फैलने की आशंका को नियंत्रित करने के लिए सख्त कदम उठाए गए
अयोध्या/मथुरा: उत्तर प्रदेश में सुरक्षा के मद्देनजर अयोध्या, मथुरा और 26 अन्य जिलों में हाई अलर्ट जारी किया गया है। यह अलर्ट संवेदनशील स्थानों और धार्मिक स्थलों पर किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए जारी किया गया है। मथुरा के श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर और ईदगाह मस्जिद के आसपास सुरक्षा व्यवस्था को विशेष रूप से मजबूत किया गया है।
क्या है मुख्य कारण-
यह हाई अलर्ट हाल के घटनाक्रमों और संभावित विवादों को ध्यान में रखते हुए लगाया गया है। इसके तहत जुमे की नमाज के दौरान किसी भी तरह की अफवाह, असंतोष या हिंसा फैलने की आशंका को नियंत्रित करने के लिए सख्त कदम उठाए गए हैं।
सुरक्षा व्यवस्था-
1. अतिरिक्त पुलिस बल तैनात:
o संवेदनशील जिलों में PAC (प्रोविंशियल आर्म्ड कांस्टेबुलरी) और RAF (रैपिड एक्शन फोर्स) की तैनाती की गई है।
o स्थानीय पुलिस के साथ खुफिया एजेंसियां भी सक्रिय हैं।
2. ड्रोन से निगरानी-
o प्रमुख धार्मिक स्थलों और भीड़भाड़ वाले इलाकों की निगरानी ड्रोन कैमरों से की जा रही है।
3. चेकिंग अभियान:
o हर जिले में प्रवेश और निकास मार्गों पर कड़ी निगरानी।
o संदिग्ध व्यक्तियों और वाहनों की जांच।
4. सीसीटीवी मॉनिटरिंग:
o सार्वजनिक स्थलों और धार्मिक परिसरों में सीसीटीवी कैमरों की मदद से हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है।
जुमे की नमाज पर विशेष नजर:
• जुमे की नमाज के दौरान बड़ी संख्या में लोग मस्जिदों में एकत्र होते हैं, इसलिए किसी भी विवादित बयान, झड़प, या उकसाने वाली गतिविधियों को रोकने के लिए पुलिस सतर्क है।
• मस्जिदों के आसपास तैनात सुरक्षाकर्मी किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए तैयार हैं।
मथुरा और अयोध्या पर विशेष फोकस:
• मथुरा: श्रीकृष्ण जन्मभूमि और शाही ईदगाह मस्जिद को लेकर पहले भी विवाद सामने आए हैं। इस क्षेत्र को संवेदनशील मानते हुए अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है।
• अयोध्या: रामजन्मभूमि मंदिर निर्माण कार्य के चलते यहां पहले से ही सतर्कता है।
प्रशासन की अपील:
प्रशासन ने जनता से शांति बनाए रखने और किसी भी अफवाह पर ध्यान न देने की अपील की है। साथ ही, सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट करने वालों पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है। हाई अलर्ट का उद्देश्य सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखना और किसी भी अप्रिय घटना को रोकना है। प्रशासन और सुरक्षा बल पूरी तरह सतर्क हैं, ताकि त्योहार और धार्मिक आयोजन शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो सकें।