- विवाह पूजा मुहूर्त: सुबह 6:00 बजे से लेकर 10:00 बजे तक
- बाबरी मस्जिद विध्वंस की वर्षगांठ को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम
- अयोध्या में रामलीला और काव्य संध्या जैसी सांस्कृतिक प्रस्तुतियां
अयोध्या। आज 6 दिसंबर को श्रीराम विवाह पंचमी का पावन पर्व मनाया जा रहा है। यह दिन खास तौर पर भगवान राम और सीता माता के विवाह की याद में मनाया जाता है, जिसे राम विवाह के नाम से भी जाना जाता है। यह दिन विवाह पंचमी के रूप में लोकप्रिय है और खासकर मिथिला क्षेत्र (बिहार, उत्तर प्रदेश, नेपाल) में बड़ी श्रद्धा और धूमधाम से मनाया जाता है।
श्रीराम विवाह पंचमी का महत्व :
1. राम-सीता विवाह - यह दिन भगवान राम और सीता माता के विवाह की खुशी में मनाया जाता है। श्रीराम के विवाह को रघुकुल का अत्यंत गौरवमयी और ऐतिहासिक आयोजन माना जाता है, जिसमें राजा जनक की पुत्री सीता ने भगवान राम को अपना जीवनसाथी चुना था।
2. धार्मिक दृष्टि से - इस दिन को शुभ मानते हुए लोग अपने घरों में विशेष पूजा और आयोजन करते हैं। श्रीराम विवाह पंचमी का आयोजन समृद्धि, सुख, और सामंजस्य को बढ़ावा देने के लिए किया जाता है।
पुष्प पूजन और नियम -
1. पुष्प पूजन -
• इस दिन विशेष रूप से पुष्प पूजन का महत्व होता है। पूजा में कमल, गुलाब, चमेली, कनेर जैसे शुभ फल और फूलों का इस्तेमाल किया जाता है।
• पूजा में देवी-देवताओं की पूजा के बाद, फूलों को भगवान राम और सीता के चित्र पर अर्पित किया जाता है।
2. विवाह पूजा नियम -
• श्रीराम विवाह पंचमी पर पूजा के दौरान, राम और सीता की प्रतिमा या चित्र को ताजे फूलों से सजाना चाहिए।
• धूप, दीप, और नैवेद्य अर्पित किया जाता है।
• श्रद्धालु इस दिन व्रत रखते हैं और विशेष रूप से उबटन, स्नान, और साफ-सफाई पर जोर देते हैं।
3. ध्यान रखें ये बातें -
• तुलसी का पूजन अनिवार्य होता है, क्योंकि तुलसी के पत्तों को भगवान राम की पूजा में विशेष रूप से उपयोग किया जाता है।
• पूजा के बाद आशीर्वाद लेना और उन व्रतों को पूरा करना जरूरी होता है।
श्रीराम विवाह पंचमी मुहूर्त -
• पंचमी तिथि: 6 दिसंबर 2024
• पंचमी तिथि का समय: पंचमी तिथि का प्रारंभ 5 दिसंबर को रात 9:14 बजे से हुआ और समाप्ति 6 दिसंबर को रात 11:43 बजे तक है।
- शुभ मुहूर्त -
• विवाह पूजा मुहूर्त: सुबह 6:00 बजे से लेकर 10:00 बजे तक।
• इस समय के बीच पूजा करने से अधिकतम फल मिलता है।
• पूजा विधि: पूजा के दौरान संतान सुख, समृद्धि और अच्छे जीवन साथी के लिए विशेष रूप से प्रार्थना की जाती है।
कार्यक्रम को लेकर खास उल्लास -
श्रीराम विवाह पंचमी का पर्व सम्पूर्ण श्रद्धा, भक्ति और उल्लास से मनाया जाता है। यह दिन भगवान राम और सीता के प्रति श्रद्धा को प्रगाढ़ करने के साथ-साथ समाज में प्रेम और विश्वास की भावना को भी बढ़ावा देता है।
अयोध्या में आज खास आयोजन -
आज, 6 दिसंबर को अयोध्या में श्रीराम विवाह पंचमी के अवसर पर विभिन्न धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसके साथ ही, यह दिन बाबरी मस्जिद विध्वंस की वर्षगांठ के रूप में भी महत्व रखता है, लेकिन अयोध्या में इस दिन को शांति, धार्मिक आस्था और समरसता के साथ मनाई जाएगी।
श्रीराम विवाह पंचमी का आयोजन -
• अयोध्या में श्रीराम विवाह पंचमी का आयोजन धूमधाम से किया जा रहा है। इस दिन भगवान राम और सीता के विवाह का पुनः स्मरण किया जाता है।
• विशेष पूजा-अर्चना और भव्य आयोजन हो रहे हैं, जिनमें राम कथा, भजन-कीर्तन और हवन शामिल हैं।
• मंदिरों में विशेष आकर्षक सजावट और फूलों से भगवान राम और सीता की प्रतिमाओं की पूजा की जा रही है।
• राम जन्मभूमि और रामकथा पार्क में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी है।
शांति और सौहार्द बनाए रखने के प्रयास -
• बाबरी मस्जिद विध्वंस की वर्षगांठ को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
• अयोध्या में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के तहत पुलिस और पीएसी तैनात की गई है, और भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर निगरानी रखी जा रही है।
• इस दिन को लेकर प्रशासन ने शांति बनाए रखने के लिए विशेष सतर्कता बरती है।
सांस्कृतिक कार्यक्रम -
• अयोध्या में रामलीला और काव्य संध्या जैसी सांस्कृतिक प्रस्तुतियां हो रही हैं।
• स्थानीय कलाकारों द्वारा भव्य नृत्य और संगीत का आयोजन किया जा रहा है।
राम मंदिर निर्माण की प्रगति पर चर्चा -
• राम मंदिर निर्माण के बाद पहली बार इस दिन को और भी महत्व दिया जा रहा है।
• कई धार्मिक और सामाजिक संगठन राम मंदिर निर्माण की प्रगति पर चर्चा करेंगे, और मंदिर की नव निर्मित संरचना का आशीर्वाद लेने के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी है।
अयोध्या में श्रीराम की भव्य रथ यात्रा -
• इस दिन को लेकर कुछ स्थानों पर राम रथ यात्रा भी निकाली जाती है, जिसमें भगवान राम और सीता की प्रतिमाओं को रथ में रखा जाता है और श्रद्धालु रथ के साथ चलते हुए धार्मिक कार्यक्रमों में भाग लेते हैं।
अयोध्या में आज के दिन विशेष रूप से धार्मिक भावनाओं का महत्त्व है, और प्रशासन ने इसे शांतिपूर्ण और व्यवस्थित रूप से मनाने की व्यवस्था की है।