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श्रीनगर के रामलीला में हुआ ऐतिहासिक विद्यार्थी एकत्रीकरण

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उत्तराखंड। 

- विद्यार्थियों को अपने अपने कार्य क्षेत्र में समाज को दिशा और दशा सुनिश्चित करने हेतु क्या-क्या कार्य करने हैं

- यह जीवन उनका राष्ट्र के लिए समर्पित रहे और वे किसी अन्य आकर्षण जो उन्हें समाज की कुरीतियों से जोड़ता है

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ श्रीनगर द्वारा श्रीनगर के रामलीला मैदान में एक ऐतिहासिक विद्यार्थी एकत्रीकरण गत रविवार को हुआ जिसमें मेडिकल कॉलेज, हेमवती नंदन बहुगुणा विश्वविद्यालय, राजकीय पॉलिटेक्निक, आईटीआई, एनआईटी आदि विद्यार्थियों ने प्रतिभा किया।

विद्यार्थियों को अपने अपने कार्य क्षेत्र में समाज को दिशा और दशा सुनिश्चित करने हेतु क्या-क्या कार्य करने हैं ? यह जीवन उनका राष्ट्र के लिए समर्पित रहे और वे किसी अन्य आकर्षण जो उन्हें समाज की कुरीतियों से जोड़ता है इससे दूर कैसे रहें ? शाखा ,व्यायाम ,सूर्य नमस्कार और अपनी बौद्धिक क्षमता के आधार पर समाज में अपने को प्रतिष्ठित व्यक्तित्व किस प्रकार बनाया जाए। इसके लिए प्रांत के बौद्धिक प्रमुख जसपाल खत्री जी द्वारा उद्बोधन दिया गया।

यह श्रीनगर की भूमि किस प्रकार गढ़ नरेश योद्धा और महाराजाओं से सुसज्जित रही यह श्रीनगर  विभिन्न कला एवं संस्कृति का केंद्र रहा जिसमें प्रसिद्ध चित्रकार मौलाराम, गर्भभंजक माधोसिंह भंडारी, श्रीयंत्र टापू जिससे मातृशक्ति का इस क्षेत्र में कैसा उद्भव रहा होगा ? इस विषय पर विस्तृत चर्चा की गई ।


इस एकत्रीकरण में संघ के विभिन्न पदाधिकारी विभाग प्रचारक श्री राहुल जी, जिला प्रचारक श्री नरेश जी ,विभाग शारीरिक शिक्षण प्रमुख भीमराज जी , जिला संघचालक देवानंद बहुगुणा, नगर प्रचारक मोहित जी , जिला कार्यवाह संजय ममगाईं जी, सह जिला कार्यवाह बद्रीश जी , सागर जी , शुभम प्रभाकर अन्य व्यवस्थाओं में प्रियांशु कपकोटी, गौरव कुकरेती , मयंक थपलियाल, प्रदीप यादव का सहयोग रहा ।