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समाज की प्रगति के लिए नारी का सम्मान और भागीदारी अत्यंत महत्वपूर्ण

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महाकुम्भ नगर। 

- दीप प्रज्ज्वलन, मंगलाचरण तथा वंदना श्रीवास्तव, अलका, कल्पना, गीता और सुधा जी के समवेत स्वर में गणेश वंदना के साथ हुआ

- कार्यक्रम की मुख्य वक्ता लोकेश भारती, दिव्य ज्योति एवं जागृति संस्थान ने कहा कि महादेवी या आदिशक्ति को संसार की सृजन शक्ति माना जाता है

हिन्दू आध्यात्मिक एवं सेवा संस्थान द्वारा सेक्टर-8 वेणी माधव मार्ग में आयोजित सेवा कुम्भ- 2025 के अंतर्गत 16 फरवरी, रविवार को ‘नारी शक्ति वंदन’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। दीप प्रज्ज्वलन, मंगलाचरण तथा वंदना श्रीवास्तव, अलका, कल्पना, गीता और सुधा जी के समवेत स्वर में गणेश वंदना के साथ हुआ। कार्यक्रम का औपचारिक स्वागत उद्बोधन एवं अतिथि परिचय अर्चना शुक्ला द्वारा किया गया।

कार्यक्रम की मुख्य वक्ता लोकेश भारती, दिव्य ज्योति एवं जागृति संस्थान ने कहा कि महादेवी या आदिशक्ति को संसार की सृजन शक्ति माना जाता है। ऐसी शक्ति जो सारे संसार को जोड़ती है। पूरी सृष्टि को संचालित और नियंत्रित करती है। मुख्य अतिथि परमा भारती, दिव्य ज्योति एवं जागृति संस्थान ने कहा कि नारी किसी भी परिवार, समाज व राष्ट्र के सशक्तिकरण की आधारशिला है। शिक्षित नारी, शिक्षित माता, शिक्षित भगिनी, शिक्षित पत्नी, शिक्षित दुहिता बनकर ही भारतीय नारियों ने सदैव विश्व कल्याण में अपना योगदान दिया है। कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर मीरा पाल, राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय ने कहा कि नारी शक्ति के सम्मान और उत्थान से ही राष्ट्र का सर्वांगीण विकास संभव है। विष्णु शंकर, प्रोफेसर, दिल्ली विश्वविद्यालय ने कहा कि नारी समाज की कुशल वास्तुकार है। नारी की स्थिति से समाज और देश के सांस्कृतिक एवं बौद्धिक स्तर का पता चलता है। कार्यक्रम अध्यक्ष प्रोफेसर गिरीश चन्द्र त्रिपाठी, पूर्व कुलपति, बी.एच.यू ने कहा कि भारतीय संस्कृति में नारी को दिया गया उच्च स्थान हमारे लिए एक आदर्श है। यह हमें सिखाता है कि समाज की प्रगति के लिए नारी का सम्मान और उनकी भागीदारी अत्यंत महत्वपूर्ण है। आज के समय में हमें इन मूल्यों को पुनः स्थापित करने की आवश्यकता है, जहां नारी को समान अवसर और सम्मान मिले। साथ ही उनकी शुचिता व सदाचारिता के महत्व को समझा जाए। नारी राष्ट्र का भविष्य व गौरव है।

कार्यक्रम में छात्रों द्वारा विविध सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गई। समाज में नारी शक्ति के रूप में योगदान करने वाली 21 विशिष्ट मातृ शक्तियों को सम्मानित किया गया, जिनमें यूनाइटेड किंगडम की दीपा बरछा, डॉ. तुसमुल मिश्रा, अनुपम शुक्ला, दीप्ति डे, रंजना सिंह, रिंकू कुमारी, सरिता त्रिपाठी आदि रहे।

कार्यक्रम का संचालन वंदना तिवारी व धन्यवाद ज्ञापन अनामिका चौधरी जी ने किया।