इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र परिसर में केन्द्र द्वारा निर्मित वैदिक हेरिटेज पोर्टल और 64 कलाओं पर आधारित आभासी संग्रहालय का लोकार्पण गुरुवार को गृह मंत्री अमित शाह ने किया. इससे पहले उन्होंने शहीद दिवस पर शहीद भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु के चित्र पर पुष्प चढ़ा कर श्रद्धांजलि अर्पित की. उन्होंने कहा कि सरकार टेक्नोलॉजी के माध्यम से भारत के प्राचीन ग्रन्थों व पांडुलिपियों के ज्ञान को भविष्य के लिए सुरक्षित कर रही है.
वैदिक हेरिटेज पोर्टल को आईजीएनसीए ने हिंदी और अंग्रेजी भाषा में तैयार किया है। इस पोर्टल के माध्यम से पाठक सरल भाषा में वेदों को समझ सकते हैं। इसमें 18 हजार से अधिक वैदिक मंत्रों के ऑडियो एवं विजुअल उपलब्ध हैं। इस पोर्टल पर वैदिक मंत्रों को सरल एवं सहज भाषा में समझाया गया है।
पोर्टल को तैयार करने में वेदों को जानने वाले लोग, वेद शोध संस्थानों, वेदपाठी परिवारों सहित दुनियाभर के वेद के जानकारों ने सहयोग किया है। कला केंद्र ने वेदों के ज्ञान को सरल भाषा में आम लोगों तक पहुंचाने के लिए इस पोर्टल को तैयार किया है। कार्यक्रम के दौरान कला वैभव (आभासी संग्रहालय) का भी उद्घाटन किया गया। कला वैभव पोर्टल पर 64 कलाओं को सरल भाषा में समझाया गया है।
लोकार्पण कार्यक्रम की शुरुआत देश के विभिन्न गुरुकुलों से आए बटुकों (वेदपाठियों) और रोहतक के गुरुकुल से आईं विदुषियों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार से हुई.