नई दिल्ली. भारतीय नौसेना ने अरब सागर में 12 घंटे तक चले ऑपरेशन में ईरान के एक मछली पकड़ने वाले जहाज में तैनात 23 पाकिस्तानी नागरिकों को सोमाली समुद्री लुटेरों से बचाया है.
भारतीय नौसैनिक बलों ने इस तरह की घटनाओं से निपटने की विशेषज्ञता और रणनीतिक समन्वय का उपयोग करते हुए समुद्री डकैतों के साथ बातचीत शुरू की और उन्हें बिना रक्तपात के आत्मसमर्पण करने के लिए मजबूर कर दिया. यह सफल अभियान समुद्री डकैती की घटनाओं से निपटने और क्षेत्र में समुद्री गतिविधियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में भारतीय नौसेना की निर्णायक जीत का प्रतीक है.
ईरान के जहाज ‘अल कंबर 786’ के 28 मार्च को अपहरण की जानकारी मिलने पर समुद्र में सुरक्षा अभियानों के लिए तैनात नौसेना के दो भारतीय जहाजों – आईएनएस सुमेधा और आईएनएस त्रिशूल को इसे छुड़ाने के लिए भेजा गया था. घटना के समय ईरानी ध्वज वाला जहाज सोकोट्रा से लगभग 90 समुद्री मील दूर दक्षिण पश्चिम में था.
भारतीय नौसेना की टीम ईरानी जहाज की तलाशी और तकनीकी जांच कर रही है, जिसके बाद इसे सुरक्षित स्थान पर ले जाया जाएगा.
5 मार्च माल्टा में हाईजैक हुआ जहाज
यह पहली बार नहीं है, पहले भी भारतीय नौसेना ने समुद्री लुटेरों से हाईजैक हुए जहाज़ों का रेस्क्यू किया है. पहले भी हाईजैक की घटनाएँ हो चुकी हैं और इन सभी घटनाओं के दौरान भारतीय नौसेना ने अपनी विशेषज्ञता से समुद्री लुटेरों के क़ब्ज़े से जहाज़ों को सुरक्षित बचाने का काम किया. भारतीय नौसेना ने 3 महीने पहले 14 दिसंबर को अदन की खाड़ी में हाईजैक हुए जहाज MV रुएन को बचाने के लिए ऑपरेशन चलाया. यह ऑपरेशन 15 मार्च को पूरा किया. ऑपरेशन भारत के समुद्री तट से 2800 किलोमीटर दूर चलाया गया.
नौसेना की कार्रवाई के बाद 35 समुद्री लुटेरों ने सरेंडर किया और 17 क्रू मेंबर्स को सुरक्षित निकाला गया. जहाज का क्रू 110 से ज्यादा दिनों से लुटेरों के कब्जे में था. इसे पूरा करने के लिए युद्धपोत INS सुभद्रा, ज्यादा ऊंचाई तक उड़ने वाले ड्रोन, P8I पैट्रोलिंग एयरक्राफ्ट का इस्तेमाल हुआ. अब हाईजैक हुआ जहाज MV रुएन पूरी तरह भारतीय नौसेना के कब्जे में है.
29 जनवरी 17 लोगों का रेस्क्यू
29 जनवरी को सोमालिया के तट पर तैनात भारतीय नौसेना के युद्धपोत INS सुमित्रा ने एक ईरानी जहाज को समुद्री डाकुओं से बचाया है. नौसेना ने बताया कि जहाज पर सवार क्रू मेंबर सहित सभी 17 लोग सुरक्षित हैं. नौसेना के प्रवक्ता कमांडर विवेक मधवाल ने कहा था INS सुमित्रा को अदन की खाड़ी में एक ईरानी झंडे लगे जहाज ईमान के हाईजैक होने की जानकारी मिली. जहाज पर तैनात सिक्योरिटी ने फौरन कार्रवाई करते हुए ईरानी जहाज और क्रू मेंबर्स को डाकुओं से बचाया.
4 जनवरी लाइबेरिया जहाज पर सवार 15 भारतीयों का रेस्क्यू
4 जनवरी को अरब सागर में सोमालिया के तट के पास लाइबेरिया के फ्लैग वाले जहाज लीला नोर्फोर्क को 4-5 हथियारबंद समुद्री लुटेरों ने हाईजैक कर लिया था. भारतीय नौसेना ने बताया कि जहाज ने ब्रिटेन के मैरीटाइम ट्रेड ऑपरेशन्स (UKMTO) पोर्टल पर एक संदेश भेजा था. इसके बाद INS चेन्नई को इन्हें बचाने के लिए भेजा गया. नौसेना के मार्कोस कमांडो ने हाईजैक जहाज पर सवार 21 लोगों को बचाया. इसमें 15 भारतीय भी सवार थे. जहाज ब्राजील के पोर्टो डू एकू से बहरीन के खलीफा बिन सलमान पोर्ट जा रहा था.