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देश के लिए योगदान को सम्मान है भारत रत्न : प्रधानमंत्री मोदी

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 नई दिल्ली  राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शनिवार को दो पूर्व प्रधानमंत्रियों पी वी नरसिम्हा राव और चौधरी चरण सिंह, बिहार के मुख्यमंत्री रहे कर्पूरी ठाकुर और कृषि वैज्ञानिक डॉ. एम.एस. स्वामीनाथन को आज मरणोपरांत देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया।

राष्ट्रपति भवन के दरबार हाल में आयोजित अलंकरण समारोह में पूर्व प्रधानमंत्री पी. वी. नरसिम्हा राव (मरणोपरांत) की ओर से उनके पुत्र पी. वी. प्रभारक राव ने भारत रत्न प्राप्त किया। पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह (मरणोपरांत) की ओर से उनके पौत्र जयंत चौधरी ने भारत रत्न ग्रहण किया।

कृषि वैज्ञानिक डॉ. एम.एस. स्वामीनाथन (मरणोपरांत) की ओर से उनकी पुत्री डॉ. नित्या राव ने भारत रत्न प्राप्त किया। बिहार के दो बार मुख्यमंत्री रहे कर्पूरी ठाकुर (मरणोपरांत) की ओर से उनके पुत्र रामनाथ ठाकुर ने भारत रत्न प्राप्त किया। इस मौके पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस अवसर पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स के माध्यम से कहा कि इन दिवंगत नेताओं के देश के लिए किए गए योगदान को हर भारतीय स्वीकारता है। उन्हें इस बात पर गर्व है कि वे भारत रत्न से सम्मानित किए गए।

प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में पीवी नरसिम्हा राव की सराहना की। उन्होंने कहा, “पीवी नरसिम्हा राव गारू ने देश की प्रगति और आधुनिकीकरण को आगे बढ़ाने के लिए बड़े पैमाने पर काम किया। उन्हें एक सम्मानित विद्वान और विचारक के रूप में भी जाना जाता है। उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।

एक अन्य पोस्ट में उन्होंने कहा, “चौधरी चरण सिंह जी को भारत रत्न देश के विकास, विशेषकर कृषि और ग्रामीण विकास में उनके अतुलनीय योगदान का सम्मान है। मुझे विश्वास है कि कड़ी मेहनत और जनसेवा के लिए उनकी प्रतिबद्धता हमारी आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी।

डॉ. एम.एस. स्वामीनाथन के योगदान को याद करते हुए प्रधानमंत्री ने एक्स पर लिखा, “कृषि जगत की एक सम्मानित हस्ती को आनुवंशिकी और कृषि विज्ञान के क्षेत्र में उनके अग्रणी कार्य और अनुसंधान के लिए व्यापक रूप से प्रशंसा हासिल है। उनके प्रयासों ने भारत को खाद्य उत्पादन में संघर्ष से आत्मनिर्भरता की ओर प्रेरित किया। उन्हें दिया गया भारत रत्न अधिक से अधिक लोगों को कृषि और खाद्य सुरक्षा में अनुसंधान करने के लिए प्रेरित करे।

बिहार के मुख्यमंत्री रहे कर्पूरी ठाकुर पर प्रधानमंत्री ने अपने पोस्ट में कहा, “उन्होंने अपना संपूर्ण जीवन सामाजिक न्याय और समानता के लिए समर्पित कर दिया। जननायक को समाज के अत्यंत पिछड़े वर्ग के मसीहा के रूप में जाना जाता है। समाज में हाशिये पर खड़े लोगों के उत्थान के लिए उन्होंने अपना बहुमूल्य योगदान दिया। पिछड़े वर्ग के अधिकारों के लिए कर्पूरी जी का अथक संघर्ष हमेशा याद किया जाएगा। उनको भारत रत्न का सम्मान हमारे समावेशी समाज और संवेदनशीलता के भारतीय मूल्यों का ही सम्मान है।