श्रीरामचरितमानस पर
कीचड़ उछालने वालों पर विहिप कार्याध्यक्ष श्री आलोक कुमार ने वीडियो वक्तव्य जारी कर अपने विचार
व्यक्त किये। उन्होनें कहा अचानक ही
रामचरितमानस का विरोध शुरू हो गया , इसके पन्ने जलाए गए, इस पर प्रतिबन्ध की मांग
आई। कहा गया कि यह अनुसूचित जाती और महिला
विरोधी है। उन्होनें इसे सपा और राजद का अगला राजनैतिक कदम बताया। श्री अलोक कुमार
ने कहा कि अनुसूचित समाज के लोगों को शेष हिंदू समाज से तोड़ना, अगले चुनाव की
बिसाद बिछाना, भीम मीम गठबंधन बनाना, यह सब इसका षड्यंत्र है। यह सफल नहीं होगा। राम जी जोड़ने वाले हैं । वे तो नंगे पैर पूरे 14 वर्ष जंगलों में
गए समाज के सभी लोगों से गले लग के मिले उन्हें मित्र – भाई कहा। इस मजबूत सम्बन्ध
को ना कोई तोड़ पाया है ना ही तोड़ पाएगा। जो
लोग इस तरह का काम करके समाज की एकता पर आघात कर रहे हैं उनके खिलाफ कानूनी करवाई
होनी चाहिए और विहिप भी कानून और संविधान के अंतर्गत रहते हुए सड़क से न्यायालय तह
इस वृत्ति का और ऐसे लोगों का विरोध करेगा और राम जी भारत की राष्ट्रीय एकता के
सद्भाव के प्रतीक हैं वे वैसे ही बने रहेंगे।