कुंभ नगरी प्रयागराज में महाकुंभ को राज्य सरकार भव्य, दिव्य और नव्य स्वरूप प्रदान करने के लिए सतत प्रयास कर रही है. महाकुंभ में आने वाले 41 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं और पर्यटकों के ठहरने के लिए विश्व स्तरीय सुविधाओं की व्यवस्था की जा रही है. इसके लिये जहां कुंभ क्षेत्र में व्यवस्था की जा रही है, तो पांच सितारा होटल भी बन रहे हैं. साथ ही पर्यटकों को अलग अनुभव देने के लिए हेरिटेज होटल की भी सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी.
प्रयागराज महाकुंभ में पहुंचने वाले पर्यटकों को कुछ अलग अनुभव प्रदान करने के लिए पर्यटन विभाग हेरिटेज होटल विकसित कर रहा है. क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अपराजिता सिंह बताती हैं कि जिले में दो धरोहरों को हेरिटेज होटल में तब्दील करने का प्रस्ताव आया है, जिस पर अंतिम स्वीकृति हो चुकी है. पर्यटन विभाग के पास जिले के सोरांव में सोरांव प्लांटर्स और ममफोर्ड गंज में शगुन निलयम की तरफ से उनकी धरोहर को हेरिटेज होटल के रूप में विकसित करने का प्रस्ताव आया है, जिस पर सैद्धांतिक सहमति बन चुकी है. शगुन निलयम के दस कमरे और सोरांव प्लांटर्स का 200 एकड़ का क्षेत्रफल हेरिटेज होटल के तौर पर विकसित करने का प्रस्ताव आया था, जिस पर कार्य चल रहा है. इसके अलावा महाकुंभ के पहले कई निजी धरोहरों को हेरिटेज होटल्स में विकसित करने की कार्य योजना पर काम चल रहा है.
महाकुंभ में आने वाले विदेशी पर्यटकों को ठहरने के लिए विश्व स्तरीय सुविधाएं प्रदान करने के लिए दो पांच सितारा होटल भी बनाए जा रहे हैं. क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी के अनुसार विदेशी पर्यटकों के प्रयागराज में आमतौर पर रात्रि में न ठहरने की प्रमुख वजह यहां पांच सितारा होटल की व्यवस्था न होना है. ऐसे में वह संगम दर्शन व स्नान कर सीधे वाराणसी चले जाते हैं. दो बड़ी कंपनियों को प्रयागराज में होटल खोलने की सहमति दी गई है, जिसमें ताज और रेडिसन होटल शामिल हैं.