लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण के लिए चुनाव प्रचार के आखिरी
दिन शनिवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भारत सेवाश्रम संघ, रामकृष्ण मिशन और इस्कॉन जैसे प्रतिष्ठित धार्मिक संस्थाओं को भी राजनीति
में घसीट लिया है। उन्होंने कहा कि इन संगठनों के कुछ साधु चुनाव में भाजपा की मदद
कर रहे हैं। ममता बनर्जी ने अपने बयान में आरोप लगाया
था कि कुछ भिक्षु या मिशन से जुड़े लोग भी बीजेपी की मदद करने में लगे हुए हैं और
उन्हें दिल्ली से ऑर्डर मिल रहा है। उन्होंने कहा कि भारत सेवाश्रम संघ और
रामकृष्ण मिशन के लोग सीधे तौर पर टीएमसी के खिलाफ काम कर रहे हैं। हुगली के
जयरामबाटी में एक रैली के दौरान ममता बनर्जी ने कार्तिक महाराज पर आरोप लगाया कि
उन्होंने वह टीएमसी एजेंट्स को बूथ में नहीं घुसने देने की धमकी देते हैं।
भारत सेवाश्रम के चर्चित संन्यासी प्रदीप्तानंद महाराज उर्फ
कार्तिक महाराज का नाम लेकर ममता ने कहा कि वह टीएमसी को धमकी दे रहे हैं। इस
कार्तिक महाराज ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा- “विनाश काले, विपरीत बुद्धि’ हो
जाती है। अब ममता बनर्जी और उनकी पार्टी के विनाश का समय आ गया है, इसलिए साधु-संन्यासियों को निशाना बना रही हैं।” कार्तिक
महाराज ने कहा कि पिछले साल गंगासागर में देशभर से आए साधु-संन्यासियों को जिस
बर्बर तरीके से पीटा गया था, उसे पूरे देश ने देखा था। अब
यहां भागवत कार्य में लगे संन्यासियों को सीधे तौर पर सूबे की मुख्यमंत्री की ओर
से बिना किसी आधार के इस तरह से निशाना बनाया जाना बताता है कि विनाश का समय आ गया
है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तृणमूल कांग्रेस पर सारी हदें
पार करने का आरोप लगाते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री इस्कॉन, रामकृष्ण मिशन और भारत सेवाश्रम संघ को खुले मंच से खुलेआम धमकी दे रही
हैं.