मेरठ, उत्तर प्रदेश : क्या वाकई अब इस्लाम की आड़ लेकर गलत कार्यों को वैध करार देने का प्रयास किया जाएगा ? क्या मजहब के ठेकेदारों के भीतर अब भी विवेक बाकी है? मेरठ की एक मासूम छात्रा के साथ जो हुआ, वह मात्र एक अपराध नहीं, अपितु मुस्लिम समाज और मजहब दोनों पर धब्बा है। मौलाना अहमद हुसैन कुरान की आयतों का पाठ पढ़ाता था, परन्तु अपनी हवस में स्वयं शैतान बन बैठा। नौकरी का झांसा, निकाह के झूठे वादे और फिर ब्लैकमेलिंग। यह ‘विश्वासघात’ नहीं तो क्या है ? जब मजहब की आड़ में नारी की अस्मिता को रौंदा जाए, तो प्रश्न मात्र कानून का नहीं, समाज की आत्मा का भी होता है। यह मामला मुस्लिम समाज के जिम्मेदार लोगों के सामने एक कठोर आईना है। क्या अब भी वे शांत रहेंगे ?
ये पूरा मामला उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले का है, जहां एक मौलाना ने मजहब की आड़ में मुस्लिम छात्रा के साथ दरिंदगी की पराकाष्ठा पार कर दीं। पीड़ित महिला की शिकायत पर लोहियानगर थाने की पुलिस ने आरोपी मौलाना अहमद हुसैन को गिरफ्तार कर लिया है।
पीड़िता के आरोप:
- आरोपी ने छात्रा से नौकरी दिलाने का वादा किया।
- दोस्ती का नाटक कर शारीरिक संबंध बनाए।
- फिर आपत्तिजनक वीडियो बनाकर दो वर्षों तक ब्लैकमेल करता रहा।
- निकाह की बात उठाने पर लड़की को दूसरी जगह ले जाकर चार और लोगों से गैंगरेप करवाया गया।
- जब युवती गर्भवती हुई, तो मौलाना ने जबरन गर्भपात करवा दिया।
पुलिस का बयान:
थाना प्रभारी योगेश चन्द्र के अनुसार, “शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। सामूहिक दुष्कर्म की पुष्टि फिलहाल नहीं हुई है, परन्तु अन्य सभी बिंदुओं की गहनता से जांच की जा रही है।”