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वेद-उपनिषद और गीता पढ़ रहें हैं मुस्लिम विद्यार्थी

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अलीगढ़, उत्तर प्रदेश 

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) के संस्कृत विभाग में एक अनोखी तस्वीर देखने को मिल रही है। यहाँ बड़ी संख्या में मुस्लिम विद्यार्थी गीता, वेद और उपनिषद की पढ़ाई कर रहे हैं। 148 साल पुराने संस्कृत विभाग में बीए, एमए और पीएचडी स्तर पर लगभग 50 फीसदी विद्यार्थी मुस्लिम हैं। 18 सितंबर को संस्कृत विभाग की कक्षाओं में एमए के 10 विद्यार्थियों में से 5 मुस्लिम थे, जो वेद का अध्ययन कर रहे थे। शोध के स्तर पर भी यही स्थिति है 20 शोधार्थियों में से 10 मुस्लिम वेद-उपनिषद पर शोध कर रहे हैं। जयपुर की नगमा शाहिद आदि शंकराचार्य पर शोध कर रही हैं, जबकि मोहम्मद साकिब वैदिक और इस्लामिक विचारों पर तुलनात्मक अध्ययन कर रहे हैं। एमए की छात्रा सानिया जावेद का कहना है गीता और उपनिषद पढ़ने में कोई कठिनाई नहीं है, यह भी एक भाषा की तरह है। वहीं फजले अहमद ने संस्कृत में पहले ही प्रयास में जेआरएफ-नेट पास कर लिया है। विभागाध्यक्ष प्रो. सारिका वार्ष्णेय कहती हैं मेरे लिए सभी विद्यार्थी समान हैं। मेरा पूरा ध्यान इस बात पर है कि उन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले। संस्कृत में भी भविष्य है, रोजगार है और ज्ञान की असीम संभावनाएँ हैं।

नए कोर्स शुरू

इस वर्ष विभाग में भारतीय ज्ञान प्रणाली के आधार पर कई नए कोर्स शुरू हुए हैं, गीता व तनाव प्रबंधन, गीता में जीवनशैली प्रबंधन, कौटिल्य अर्थशास्त्र, चाणक्य सूत्र में सामाजिक व राजनीतिक सिद्धांत, योगा व तनाव प्रबंधन, भारतीय विधि और न्याय का सिद्धांत।