भोपाल, मध्य प्रदेश
मध्यप्रदेश की धरती पर इस बार नवरात्र का गरबा देवी की उपासना करने के साथ ही हिंदू अस्मिता और सुरक्षा का महायज्ञ बन चुका है। भोपाल, इंदौर, छतरपुर से लेकर पूरे मालवा-निमाड़ क्षेत्र तक हिंदू संगठनों ने साफ ऐलान कर दिया है की
गरबा पंडालों में जिहादियों की घुसपैठ बिल्कुल बर्दाश्त नहीं होगी। भोपाल में श्रीकृष्ण सेवा समिति ने गरबा पंडाल के बाहर होर्डिंग टांग दिए हैं। पंडाल में एंट्री के लिए आधार कार्ड अनिवार्य रहेगा। इसके साथ ही भक्तों का स्वागत माथे पर तिलक, हाथ में कलावा बाँध कर किया जा रहा है, प्रवेश से पहले हर सहभागी को गंगाजल व गोमूत्र से आचमन कराया जा रहा है। आयोजकों का संदेश स्पष्ट है यह मंच आस्था का है, न कि छद्म पहचान बनाकर बेटियों को फँसाने वालों का। भोपाल के अवधपुरी इलाके में लगाए गए एक होर्डिंग ने कट्टरपंथियों की नींद उड़ा दी है। इसमें साफ लिखा है 'गरबा पंडाल में जिहादियों का आना सख्त मना है। पकड़े जाने पर घर वापसी कराई जाएगी या उचित व्यवस्था की जाएगी।' होर्डिंग परतस्वीरों के माध्यम से सख्त चेतावनी दी गयी है कि हिंदू समाज अब और सहनशीलता नहीं दिखाएगा। इंदौर में गरबा पंडालों को इस बार लव जिहाद के खिलाफ जनजागरण मंच बना दिया गया है। लाडो गरबा पंडाल में थीम रखी गई है 'लव जिहाद का कातिल आशियाना'। यहाँ सूटकेस और फ्रिज में प्रतीकात्मक चित्रों के माध्यम से हिन्दू युवतियों को सतर्क रहने की सलाह दी गयी है और दिखाया गया है की किस तरह कट्टरपंथी मुस्लिम युवक हिंदू बेटियों को जाल में फँसाकर उनकी अस्मिता नष्ट करते हैं।
लव जिहाद हिन्दू बेटियों की सुरक्षा और परिवार की मर्यादा का प्रश्न
यह पहल हिंदू बेटी बचाओ अभियान के अंतर्गत की गई है। आयोजकों ने कहा लव जिहाद सिर्फ मजहबी षड्यंत्र नहीं, अपितु हिन्दू बेटियों की सुरक्षा और परिवार की मर्यादा का प्रश्न है। हर प्रवेश द्वार पर बायोमेट्रिक चेक और आधार स्कैन बनाया गया है। इसके साथ ही बाउंसरों की तैनाती भी की गयी है। CCTV निगरानी और सुरक्षा गाइडलाइन जारी की गयी है। भोपाल कलेक्टर ने भी आदेश दिए हैं कि बिना ID कार्ड किसी को प्रवेश न दिया जाए।
'गरबा जिहाद' शब्द आम हो गया था
पिछले कुछ वर्षों से 'गरबा जिहाद' शब्द आम हो गया था। भोपाल और इंदौर में कई मामले सामने आए, जहाँ मुस्लिम युवकों ने नकली नाम और पहचान बनाकर हिंदू युवतियों को फँसाया, संबंध बनाए और मतांतरण कराने तक की साजिश की। इतना ही नहीं, भोपाल कांग्रेस के पार्षद अनवर कादरी तक पर लव जिहाद फंडिंग में संलिप्त होने के आरोप लगे। गरबा अब सिर्फ नृत्य और उत्सव का मंच नहीं रहा। यह हिंदू समाज के लिए आस्था, सुरक्षा और अस्तित्व का घोषणापत्र बन गया है। भोपाल से इंदौर तक उठी यह चेतावनी स्पष्ट करती है हिंदू समाज अब किसी भी कीमत पर जिहादी घुसपैठ बर्दाश्त नहीं करेगा। नवरात्र का गरबा अब सनातन जागरण का शंखनाद है।