सरसंघचालक जी ने प्यारेराम प्राचीन मंदिर के किए दर्शन, स्वयंसेवकों के साथ आंवला, बिल्वपत्र, पीपल आदि के 51 पौधों का किया रोपण
बारां। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी बारां प्रवास के दूसरे दिन प्रातः शहर के मांगरोल रोड स्थित प्राचीन प्यारेराम जी मंदिर के देवदर्शन के लिए पहुंचे. वहां मंदिर दर्शन के पश्चात इस ऐतिहासिक मंदिर के इतिहास के विषय में विस्तृत जानकारी प्राप्त की। प्यारेराम जी मंदिर का इतिहास तीन शताब्दी पुराना है, जहां महंत श्री प्यारेराम जी ने अनंत भगवान की प्रतिमा स्थापित कर तीन परकोटे वाले विशाल मंदिर का निर्माण करवाया था।
देव दर्शन के पश्चात् परिसर में नित्य लगने वाली शिव मंदिर तरुण व्यवसायी शाखा में स्वयंसेवकों के साथ एक घंटे के निश्चित कार्यक्रमों में भाग लिया।
जिज्ञासा समाधान में शाखा के स्वयंसेवकों द्वारा पूछे प्रश्नों का उतर देते हुए उन्होंने बताया कि भारत पहले से ही एक हिन्दू राष्ट्र है, उसको और उन्नत तथा सामर्थ्यवान, बलशाली बनाना है।
शाखा से समाज को जोड़ने के विषय में भागवत जी ने कहा कि अपरिचित से परिचय बढ़ाना, परिचित को मित्र बनाना, मित्र को स्वयंसेवक बनाना चाहिए। नित्य शाखा से ही समाज के लिए योग्य स्वयंसेवक निर्मित होंगे।
शाखा के पश्चात मंदिर परिसर के बाहर स्वयंसेवकों के साथ मिलकर पौधारोपण किया। आंवला, बिल्वपत्र तथा पीपल आदि प्रजाति के 51 पौधे लगाए गए। शाखा के स्वयंसेवकों ने पौधों की संभाल का संकल्प भी लिया। इसके पश्चात् शाखा टोली के साथ बैठक हुई। टोली बैठक में शाखा के विषय में विस्तार से जानकारी प्राप्त की। शाखा में होने वाले एक घण्टे के नियमित कार्यक्रमों के विषय पर विस्तृत चर्चा की।