जहाँ भी आपदा आती है वहां आपको राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का स्वयंसेवक आपको प्रथम पंक्ति में खड़ा मिलेगा, आपदा कैसी भी हो पर हमने स्वयंसेवकों को मोर्चा सँभालते हुए देखा।इसी क्रम में गुजरात में भारी बारिश और कई जिलों में बाढ़ आगई है, लोगों को बड़ी परेशानी हो रही है, खबर लिखे जाने तक लगभग 35 लोगों की मौत हो चुकी है।
इस आपदा में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक और आनुषांगिक संगठनों के कार्यकर्ता अपने परिवारों के साथ सुरक्षित स्थानों पर जाने के बजाय, बाढ़ में फंसे नागरिकों, माताओं, बच्चों आदि को बाहर निकालने में लगे हैं। ये स्वयंसेवक दूर-दराज की झोपड़ियों में रहने वाले निवासियों के लिए भोजन पहुंचा रहे हैं।
वडोदरा में डॉ. हेडगेवार सेवा समिति के कार्यकर्ताओं ने लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने के साथ ही उनके लिए भोजन की भी व्यवस्था भी कर रहे हैं...समिति से जुड़े लोगों ने बताया, ‘‘वडोदरा में ऐसी बाढ़ शायद ही पहले कभी आई होगी। डॉ. हेडगेवार सेवा समिति के कार्यकर्ता अपने डूबे घरों की चिंता छोड़कर अन्य लोगों की मदद कर रहे हैं।
स्वयंसेवकों की सेवा का ऐसा उदहारण हमे वायनाड के अट्टामाला में भूस्खलन के दौरान देखने को मिला था जब संघ के दो स्वयंसेवकों अपने पड़ोसियों को बचाते हुए अपने प्राणों की भी चिंता नहीं की...अपने लोगों की सेवा और माँ भारती के प्रति स्वयंसेवकों का ऐसा समर्पण अनुकरणीय है...जिसके लिए वह अपने प्राणों का भी बलिदान देने से पीछे नहीं हटते...आपदा कैसी भी हो, कहीं भी हो.. संघ के स्वयंसेवक सेवा के लिए आपको सदैव प्रथम पंक्ति में खड़े ही मिलेंगे।