- बारात में लगभग 500 बाराती शामिल होंगे
- जनकपुर में 40 पंडित वैदिक रीति-रिवाजों से विवाह कराएंगे संपन्न
- कार्यक्रम भारत-नेपाल सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करने का प्रतीक
अयोध्या। अयोध्या से प्रभु श्रीराम की भव्य बारात आज, 26 नवंबर 2024, को नेपाल के जनकपुर के लिए रवाना होगी। यह आयोजन राम विवाह पंचमी उत्सव के अंतर्गत किया जा रहा है, जो 6 दिसंबर 2024 को जनकपुर में प्रभु श्रीराम और माता सीता के विवाह के साथ संपन्न होगा। बारात में लगभग 500 बाराती शामिल होंगे, और श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय राजा दशरथ की भूमिका निभा रहे हैं।
बारात अयोध्या से निकलकर उत्तर प्रदेश और बिहार होते हुए 28 नवंबर को जनकपुर पहुंचेगी। बारात में रथों पर भगवान राम और उनके भाइयों के स्वरूप सजाए गए हैं। विवाह कार्यक्रम के दौरान, 6 दिसंबर को जनकपुर में 40 पंडित वैदिक रीति-रिवाजों से विवाह संपन्न कराएंगे।
यह परंपरा 2004 से शुरू हुई थी और हर पांचवें वर्ष इसे मनाया जाता है। इस बार राम मंदिर निर्माण के बाद यह आयोजन पहली बार हो रहा है, जिसे ऐतिहासिक और विशेष बनाने की तैयारियां जोरों पर हैं।
यात्रा का कार्यक्रम -
बारात कारसेवकपुरम, अयोध्या से शुरू होकर उत्तर प्रदेश और बिहार के विभिन्न पड़ावों से होती हुई 28 नवंबर को जनकपुर पहुंचेगी। 26 नवंबर: दिन का भोजन अंबेडकरनगर में और रात्रि विश्राम आर्यमगढ़ में। 27 नवंबर: रसड़ा में दिन का भोजन और बक्सर (बिहार) में विश्राम। 28 नवंबर: बारात जनकपुर पहुंचेगी।
बारात की विशेषताएं -
• प्रभु श्रीराम और उनके भाइयों के अष्टधातु से बनी मूर्तियां विशेष रथ पर सजाई गई हैं, जिनकी कीमत लगभग 35 लाख रुपये है।
• राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय इस बारात में राजा दशरथ की भूमिका निभाएंगे।
• बारात में गाजे-बाजे, रथ, और भव्य झांकियां भी होंगी।
विवाह पंचमी उत्सव -
• विवाह पंचमी पर, 6 दिसंबर 2024, को जनकपुर में वैदिक विधियों से श्रीराम और सीता का विवाह संपन्न होगा।
• विवाह समारोह के लिए नेपाल और भारत के 40 पंडित विशेष रूप से आमंत्रित किए गए हैं।
• यह आयोजन रामायण सर्किट और सीता सर्किट के तहत भारत-नेपाल सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करने का प्रतीक है।
आयोजन का महत्व -
यह आयोजन राम मंदिर निर्माण के बाद पहली बार हो रहा है, जिससे इसका धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व बढ़ गया है। राम विवाह पंचमी उत्सव दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक रिश्तों को भी दर्शाता है। नेपाल के जनकपुर में विवाह कार्यक्रम के दौरान भव्य स्वागत और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
यह परंपरा 2004 में शुरू हुई थी और हर पांच साल पर आयोजित होती है। इस बार राम मंदिर के भव्य निर्माण के बाद यह आयोजन अधिक खास बन गया है।