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संघ का शिक्षा वर्ग तपस्या स्थली है

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राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, मध्य क्षेत्र के संघ शिक्षा वर्ग, द्वितीय वर्ष (सामान्य) का शुभारंभ लोकमान्य तिलक विद्यालय परिसर में हुआ. वर्ग का शुभारंभ मध्यक्षेत्र के संघचालक अशोक सोहनी जी, रामानुज कोट उज्जैन के पीठाधीश्वर श्री रंगनाथाचार्य जी महाराज, वर्ग सर्वाधिकारी चरणजीत सिंह जी कालरा ने भारत माता के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलित कर किया.

अशोक सोहनी जी ने कहा कि संघ के शिक्षा वर्ग में रहना आसान बात नहीं है. यह शिक्षा वर्ग हमको तप कर निकलने का अवसर देता है. यहाँ सबके लिए समान अवसर होते हैं. लेकिन वर्ग में आया शिक्षार्थी वर्ग में कितना सीखेगा, यह उसकी ग्रहण शीलता पर निर्भर करता है. संघ का स्वयंसेवक आचरण से समाज में पहचाना जाता है. तभी समाज पर उसका प्रभाव होता है.

उन्होंने शिक्षार्थियों से कहा, हमें मैं और मेरा से ऊपर उठकर संघ के कार्य को बढ़ाना है. इसलिए संघ शिक्षा वर्ग में अलग- अलग विषयों को सुनने और समझने के बाद, नए कार्यकर्ता को अपने व्यवहार और आचरण से खड़ा करना है. संघ समाज का संगठन है. सारा समाज एक है, ऐसा भाव जागृत करने का कार्य हमें करना है. इसके लिए विचार में परिवर्तन नहीं, क्रियान्वयन में परिवर्तन लाना होगा. लेकिन आवश्यकता अनुसार परिवर्तन करें.

21 दिन वर्ग तपस्या में लीन रहेंगे शिक्षार्थी

संघ शिक्षा वर्ग द्वितीय वर्ष (सामान्य) 15 मई से 5 जून 2023 तक चलेगा. 21 दिवसीय शिक्षा वर्ग में मध्य क्षेत्र (मध्यप्रदेश/छत्तीसगढ़) के मालवा, मध्यभारत, महाकौशल और छत्तीसगढ़ प्रांत से कुल 332 शिक्षार्थी सहभागी हुए हैं. 53 शिक्षक प्रशिक्षण देंगे. सभी शिक्षार्थी अपने स्वयं के खर्चे से वर्ग में पहुंचे हैं और निर्धारित शुल्क जमा कर वर्ग प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे.