अलीगढ़ के इस्कॉन मंदिर में ज्ञान की पाठशाला का शुभारंभ
इस्कॉन मंदिर में चल रही ज्ञान की पाठशाला बच्चों को निशुल्क अंग्रेजी बोलना और अन्य विषयों के साथ-साथ संस्कार सिखाने का महत्वपूर्ण कार्य कर रही है। इससे बच्चे अपने जीवन को बेहतर ढंग से समझ सकेंगे और नैतिक मूल्यों को अपनाने में सक्षम होंगे। यह पहल समाज के उन लोगों द्वारा शुरू की गई है जो छात्रों के उज्जवल भविष्य के लिए प्रतिबद्ध हैं।
राम नवमी के अवसर पर, अलीगढ़ के इस्कॉन गीता ज्ञान मंदिर ने ग्रामीण युवाओं के लिए मुफ्त शिक्षा की पहल शुरू की है। इस मंदिर में उन छात्रों को शिक्षा दी जाएगी जो संसाधनों की कमी के कारण प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में कठिनाइयों का सामना करते हैं। मंदिर समिति की ओर से इन छात्रों के लिए निशुल्क शिक्षा की व्यवस्था की जा रही है।
मंदिर समिति का मानना है कि बच्चों का भविष्य संवारने के लिए न केवल किताबों की पढ़ाई पर ध्यान दिया जाएगा, बल्कि उन्हें अंग्रेजी बोलने, नैतिक मूल्यों और सामाजिक जिम्मेदारियों के प्रति जागरूक किया जाएगा। इसके अलावा, उन्हें नशे और अन्य बुरी आदतों से दूर रहने के लिए प्रेरित किया जाएगा ताकि वे अपने समय का सही उपयोग कर सकें।
मंदिर व्यवस्थापक रसराज महाराज का कहना है कि इस शिक्षा और संस्कार केंद्र में अंग्रेजी स्पीकिंग कोर्स और अन्य विषयों की शिक्षा दी जाएगी। इसका उद्देश्य युवाओं को सही दिशा दिखाना और उनके चरित्र निर्माण में सहायता करना है।
छात्रों को मार्गदर्शन देने के लिए शहर के योग्य और अनुभवी शिक्षकों का सहयोग लिया जाएगा, जिससे उन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त हो सके। समाज के सहयोग से यह प्रयास न केवल उन्हें शैक्षणिक रूप से मजबूत बनाएगा, बल्कि उन्हें गुणवान भी बनाएगा।
आपको बता दें यह इस्कॉन मंदिर ज्ञान की ज्योति को फैलाने के कार्य में लगातार अग्रसर है। ज्ञान की इस धारा के साथ-साथ छात्रों में सामाजिक जिम्मेदारियों की भावना भी जागृत की जाएगी, जिससे उनका भविष्य उज्जवल बने। इस्कॉन मंदिर की यह पहल न केवल सराहनीय है, बल्कि अन्य धार्मिक संस्थानों के लिए भी प्रेरणा का संदेश बनती है।