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सेवा भारती प्रशिक्षण शिविर – आपदा सुरक्षित समाज के निर्माण के लिए स्वयंसेवकों को तैयार करने का लक्ष्य

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 राष्ट्रीय सेवा भारती के तत्वाधान तथा एनडीआरएफ के सहयोग से आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण वर्ग से प्रारंभ हुआ. प्रशिक्षण का मूल उद्देश्य राष्ट्रीय सेवा भारती के स्वप्रेरित स्वयंसेवकों को एक आपदा सुरक्षित समाज के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका के लिए तैयार करना है. शिविर में आपदा के समय कैसे जन-मानस की सेवा की जाती है, साथ ही उसमें अधिक गुणवत्ता एवं सहभागिता बढ़ाने के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है.

अखिल भारतीय स्तर पर इस प्रकार के दो प्रशिक्षण कार्यक्रम पूर्व में आयोजित किए जा चुके हैं. पहला प्रशिक्षण कार्यक्रम एक एवं दो अक्तूबर 2022 को ब्रह्न्नमुंबई महानगरपालिका के आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण संस्थान के सहयोग से मुंबई में आयोजित किया गया था, जिसमें 129 कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण प्रदान किया गया. दूसरा 25 एवं 26 अगस्त 2023 को भुवनेश्वर में आयोजित किया गया, जहां 71 कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण प्रदान किया गया. इसी क्रम में यह तीसरा प्रशिक्षण वर्ग गाजियाबाद में आयोजित किया जा रहा है, जिसमें राजस्थान, दिल्ली, पंजाब, जम्मू एंड कश्मीर, हिमाचल प्रदेश उत्तराखंड एवं उत्तर प्रदेश के 85 कार्यकर्ता भाग ले रहे हैं. आगे चलकर यही कार्यकर्ता भारत के 350 आपदा प्रवण जिलों में सेवा कार्य में तल्लीन सक्रिय कार्यकर्ताओं को आपदा प्रबंधन की विभिन्न विधाओं में प्रशिक्षित कर आपदा सुरक्षित समाज निर्माण में सहयोगी बनेंगे. इस लक्ष्य को ध्यान में रखकर इन्हें आपदा की पहचान, आपदा चक्र, आपदा जोखिम न्यूनीकरण की बारीकियों, आपदा के विभिन्न आयामों, विभिन्न हित धारकों के दायित्व एवं अधिकार, प्राकृतिक अथवा मानव कृत आपदाओं के चपेट में आने वाली संवेदनशील आबादी को जागरूक करने के लिए स्थानीय स्तर पर सुरक्षा एवं बचाव के मॉक ड्रिल करने तथा पूर्व तैयारी के लिए आवश्यक प्रशिक्षण दिया जाएगा. दुर्भाग्यवश, भारत के किसी कोने में आने वाली आपदा के दौरान प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाना, उनके निष्क्रमण राहत एवं बचाव कार्यों में उत्कृष्ट एवं विशेषज्ञ के साथ कार्य करने की क्षमता विकसित की जाएगी.

आपदा से प्रभावित जीवन एवं जीविका के पुनर्वास एवं पुनर्स्थापना के कार्यों में भी दक्षता लाई जाएगी. इन सभी कार्यों में दक्षता एवं विशेषज्ञ को समाहित करने के लिए प्रांत एवं जिला स्तर पर इस तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे.

प्रशिक्षण वर्ग में एनडीआरएफ की 8वीं बटालियन के मुख्यालय गाजियाबाद में जीवन और जीवन सहयोगी संरचनाओं की सुरक्षा के विभिन्न तौर तरीकों का एवं मुख्य अग्निशमन अधिकारी गाजियाबाद द्वारा अग्नि सुरक्षा की प्रत्याक्षिकी एवं मॉकड्रिल होगा.

इस अवसर पर मुख्य अतिथि डॉ. राजेंद्र सिंह, सदस्य, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, एवं विशिष्ट अतिथि, नरेंद्र सिंह बुंदेला (भा० पु० से०), पुलिस महानिरीक्षक, (IG, NDRF) द्वारा एनडीआरएफ की स्थापना का औचित्य उसकी उपयोगिता, उपलब्धी एवं प्रशिक्षिण के महत्व पर चर्चा की. तथा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र (पश्चिमी उत्तर प्रदेश) संघचालक सूर्य प्रकाश टोंक ने अलग-अलग प्रान्त से आए शिक्षार्थि के आपातकालीन परिस्थिति में भूमिका व योगदान की चर्चा की.