- इस उत्सव में मिथिला की सखियाँ मंगला गीतों का करेंगी गायन
- पांच दिवसीय महोत्सव श्रद्धालुओं के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र
अयोध्या/चित्रकूट। अयोध्या में श्रीराम विवाह के अवसर पर लोकरीतियाँ 3 दिसंबर से शुरू हो रही हैं। इस उत्सव में मिथिला की सखियाँ मंगला गीतों का गायन करेंगी, जो इस मौके पर एक खास पारंपरिक सांस्कृतिक गतिविधि मानी जाती है। इस दौरान उत्सव के आभूषण भी तैयार किए गए हैं, जिनमें विभिन्न प्रकार के आभूषण और सजावट शामिल हैं, जो इस विशेष दिन की महत्ता को बढ़ाते हैं।
राम विवाह का यह पर्व विशेष रूप से अयोध्या और मिथिला में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है, जहां राम और सीता के विवाह का दृश्य नाट्य रूप में प्रस्तुत किया जाता है। विवाह पंचमी के दिन भगवान राम और सीता के विवाह की कथा का अनुसरण करते हुए, भक्त विशेष पूजा अर्चना करते हैं और उपवासी रहते हैं।
चित्रकूट में 4 दिसंबर से राम विवाह महोत्सव की भव्य तैयारियां चल रही हैं। यह पांच दिवसीय महोत्सव श्रद्धालुओं के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र बनेगा। इस आयोजन के दौरान, राम विवाह के प्रसंग को लेकर विभिन्न सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। विशेष रूप से, राम विवाह के साथ जुड़े मंगलगीतों का गायन किया जाएगा, और इस साल मिथिला की सखियां भी इस आयोजन में भाग लेंगी।
राम विवाह महोत्सव में श्रद्धालु और भक्तजन उत्सव के आभूषणों से सजाए गए मंदिरों और विभिन्न स्थलों पर पूजा-अर्चना करेंगे। इस महोत्सव की पूरी तैयारियों के साथ, रामघाट, कमदगिरि और जानकी कुंड जैसे प्रमुख धार्मिक स्थलों पर विशेष पूजा और आयोजन होंगे।
चित्रकूट, जो भगवान श्रीराम के वनवास के दौरान एक महत्वपूर्ण स्थल था, अब इस भव्य आयोजन के माध्यम से धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को और बढ़ा रहा है।