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गुल्लक से देशभक्ति: मासूम हाथों से आया सैनिकों के लिए समर्पण

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  • सहारनपुर: गुल्लक फोड़कर बच्चों ने राष्ट्रीय रक्षा कोष में भेजें 5100 रुपए

गागलहेड़ी, सहारनपुर :  देश की सीमाओं पर डटे हमारे वीर सैनिकों के लिए करोड़ों देशवासी आभार व्यक्त करते हैं, लेकिन जब यह आभार गुल्लक तोड़कर प्रकट किया जाए, तब वह केवल आर्थिक सहयोग नहीं रह जाता। वह एक चेतना बन जाता है। ऐसी ही एक प्रेरणादायक मिसाल पेश की गागलहेड़ी के मोंटफोर्ट स्कूल के छात्रों ने। अपनी पॉकेट मनी को गुल्लक में संजोते इन बच्चों ने केवल पैसे नहीं, बल्कि अपने बचपन की सबसे पवित्र भावना, देशभक्ति—राष्ट्रीय रक्षा कोष के नाम की। बुधवार को स्कूल की कोऑर्डिनेटर पारुल सचदेवा के नेतृत्व में छात्र जिलाधिकारी मनीष बंसल से मिले और उन्हें ₹5100 का बैंक ड्राफ्ट सौंपा। यह राशि बच्चों ने स्वयं गुल्लक फोड़कर जमा की थी। स्कूल सचिव हर्षित गर्ग और शिक्षाविद दिनेश गुप्ता ने बच्चों की इस पहल को न केवल सराहा, अपितु इसे "सच्ची शिक्षा का आदर्श उदाहरण" बताया। समाजसेवी हिमांशु गर्ग ने इसे "देश की आत्मा को मजबूत करने वाली सोच" बताया। डीएम मनीष बंसल ने बच्चों को आशीर्वाद देते हुए कहा, "पढ़ाई के साथ जब अनुशासन और देशप्रेम जुड़ जाए, तो ऐसी पीढ़ी ही देश का स्वर्णिम भविष्य रचती है।"

एक छोटी सी शुरुआत, लेकिन बहुत बड़ी सोच

कोऑर्डिनेटर पारुल सचदेवा ने बताया कि भारत-पाक संघर्ष की समाचार के बाद बच्चों की कक्षा में यह चर्चा चलती रहती थी कि वे सैनिकों के लिए क्या कर सकते हैं। तभी यह विचार सामने आया कि हर बच्चा अपने बचत के पैसे गुल्लक से लाकर सैनिकों के नाम कर दे। सभी बच्चों ने इसे सहर्ष अपनाया। इस नेक कार्य में रुद्र यादव, आदित्य यादव, शैली, अवनिया, पलक, तनवीर और लक्की सहित कई छात्रों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। यह पहल केवल सैनिकों के लिए एक सहयोग नहीं, समाज को एक सशक्त संदेश है। बच्चे केवल पाठ्यक्रम से नहीं, संस्कारों से भी बड़े होते हैं। जब बालमन में देश की चिंता जन्म लेती है, तो वह मन भविष्य में राष्ट्रनिर्माण का सबसे मजबूत आधार बनता है।