सिंगापुर में श्री मरिअम्मन मंदिर की बड़ी मान्यता है। वहां बसे हिन्दू ही नहीं, सिंगापुरी भी इस मंदिर के प्रति अगाध श्रद्धा रखते हैं। मंदिर बड़ा प्राचीन है अत: यह जर्जरावस्था में पहुंच चुका था। लेकिन अब इसका जीर्णोद्धार किया गया है। और सिर्फ नागरिक ही नहीं, सिंगापुर की सरकार भी पंथनिरपेक्ष मूल्यों का पालन करते हुए इस अभियान में साथ दे रही थी। बीते रविवार इस मंदिर के जीर्णोद्धार और अभिषेक का कार्यक्रम खूब जश्न के साथ आयोजित किया गया। कार्यक्रम के वक्त जमकर बारिश हो रही थी, लेकिन उस देश के उप प्रधानमंत्री ही नहीं, करीब 20 हजार श्रद्धालु बिगड़े मौसम की परवाह न करते हुए समारोह में शामिल हुए। उप प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग लोगों का उत्साह बढ़ाने के लिए खुद उपस्थित थे। इस जोश को उन्होंने अपनी फेसबुक पोस्ट पर भी साझा किया। वे लिखते हैं, ”मंदिर सिंगापुर की बहुसंस्कृति का प्रतीक है। यहां पूरा समुदाय आपस में एक होकर सांस्कृतिक और धार्मिक त्योहार मनाता है। मील पत्थर है ये। सुबह बारिश हो रही थी लेकिन इसने भी 20 हजार लोगों के जोश में कमी नहीं आने दी। मैं समारोह में शामिल होकर बहुत खुश हूं।’
सिंगापुर में श्री मरिअम्मन मंदिर सिर्फ पूजानुष्ठान और उपासना का केन्द्र ही नहीं है, यह यहां के राष्ट्रीय स्मारकों में से एक है। जीर्णोद्धार के चलते यह मंदिर पिछले एक साल से बंद था। 12 फरवरी को भव्य समारोह के साथ मंदिर अपने दिव्य रूप में फिर से आम लोगों के लिए खोल दिया गया। बताते हैं, इसके जीर्णोद्धार में करीब 21 करोड़ रु. लगे हैं। इस काम में भारत से 12 दक्ष मूर्ति शिल्पी और धातु तथा लकड़ी के माहिर कारीगर भी जुटे थे। मंदिर के गर्भगृह, गुंबदों तथा छत पर उनके द्वारा सुंदर नक्काशी की गई है, चित्र बनाए गए हैं। हालांकि इस सबके बावजूद मंदिर के मूल स्वरूप को पहले जैसा ही सहेजा गया है।
रविवार को मंदिर प्रांगण में सम्पन्न हुए कार्यक्रम में सिंगापुर के उप प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग लोगों का उत्साह बढ़ाने के लिए खुद उपस्थित थे। इस जोश को उन्होंने अपनी फेसबुक पोस्ट पर भी साझा किया। वे लिखते हैं, ”मंदिर सिंगापुर की बहुसंस्कृति का प्रतीक है। यहां पूरा समुदाय आपस में एक होकर सांस्कृतिक और धार्मिक त्योहार मनाता है। मील पत्थर है ये। सुबह बारिश हो रही थी लेकिन इसने भी 20 हजार लोगों के जोश में कमी नहीं आने दी। मैं समारोह में शामिल होकर बहुत खुश हूं।” श्रीमरिअम्मन मंदिर के पुनरोद्धार का काम सुप्रसिद्ध शिल्पी डॉ. के. दक्षिणामूर्ति के नेतृत्व में हुआ। रविवार के इस कार्यक्रम में सिंगापुर के उप प्रधानमंत्री वोंग ही नहीं, उनके साथ संचार एवं सूचना मंत्री जोसफीन टेओ, परिवहन मंत्री एस. ईश्वरन तथा सांसद मुरली पिल्लै भी उपस्थित विशाल हिन्दू समुदाय का उत्साहवर्धन कर रहे थे। इस मौके पर हिन्दू ही नहीं, अन्य मत—पंथों के नेता भी मौजूद थे। जोसफीन टेओ ने कहा कि स्पष्ट तौर पर यहां बहुनस्लीय, बहुसांस्कृतिक और बहुपांथिक सद्भाव की झलक मिल रही है। टेओ ने कहा कि यह मरिअम्मन मंदिर स्थानीय जनजीवन के अभिन्न अंग जैसा है।