उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में एक मुस्लिम महिला ने घर वापसी की है। 26 वर्षीया महिला का नाम सोनम सिद्दीकी है, जो अब लक्ष्मी के नाम से जानी जाएगी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मामला बरेली के देवरनिया थाना क्षेत्र का है। यहाँ के गिरधरपुर गाँव में रहने वाले विष्णु मौर्य और सोनम सिद्दीकी लगभग 12 साल से एक-दूसरे से परिचित हैं। दोनों में थोड़े समय बाद प्यार हो गया था। इन दोनों के रिश्तों की भनक दोनों परिवारों को लग चुकी थी। सोनम के घर वालों ने उन पर तमाम पाबंदियाँ लगा दीं। प्रतिबंधों के बावजूद सोनम जैसे-तैसे सोशल मीडिया के माध्यम से विष्णु मौर्य से जुडी रही। दोनों फोन से बात भी करते रहे।
सोनम और विष्णु बालिग होने का इंतजार करते रहे। हालाँकि, इस बीच सोनम सिद्दीकी ने अपने परिवार वालों को विष्णु से रिश्ते के लिए मनाने की बहुत कोशिश की, लेकिन उन पर कोई फर्क नहीं पड़ा। विष्णु ने गाँव के पास ही कीटनाशक दवाओं की दुकान खोल ली। बीच में समय निकाल कर सोनम विष्णु से मिलती भी रही। इस बीच सोनम को लगने लगा कि उसके परिजन विष्णु से रिश्ते के लिए कभी तैयार नहीं होंगे। सोनम का निकाह भी किसी रिश्तेदार से तय कर दिया गया था।
सोनम ने रविवार (25 फरवरी 2024) को एक हिन्दू मंदिर में विधि-विधान से अपने ही गाँव के विष्णु मौर्य को अपना जीवनसाथी चुना है। इस दौरान वेद मंत्रों के बीच जय श्रीराम के नारे लगे। हिन्दू संगठनों ने इस विवाह में सहयोग किया और वर-वधू दोनों को आशीर्वाद दिया। सोनम ने पुलिस से अपनी और अपने पति की सुरक्षा की गुहार लगाई है और परिजनों से खतरा बताया है।