-शास्त्रीय संगीत, नृत्य और नाट्य के मिश्रण से रामलीला होगी खास
-रामलीला को देखने देशभर से आएंगे लोग
अयोध्या में इस साल की रामलीला को लखनऊ के छात्रों द्वारा बेहद खास और नए अंदाज में प्रस्तुत किया जा रहा है। लखनऊ की भारतखंडे संगीत एवं कला विश्वविद्यालय के छात्र अयोध्या की इस रामलीला को जीवंत बनाने के लिए विभिन्न रचनात्मक पहलुओं पर काम कर रहे हैं। इन छात्रों का उद्देश्य रामायण के प्रसिद्ध दृश्यों को अधिक प्रभावशाली और दर्शकों के दिलों को छूने वाले तरीके से प्रस्तुत करना है।
राम की शक्ति उपासना पर विशेष जोर-
इस रामलीला में राम के शक्ति उपासना के दृश्य को एक विशेष स्थान दिया जा रहा है। यह वो समय था जब लंका के युद्ध में विजय प्राप्त करने के लिए भगवान राम ने देवी दुर्गा की आराधना की थी। छात्रों द्वारा इस दृश्य को नाटकीय और सांस्कृतिक रूप से प्रस्तुत करने की योजना है ताकि दर्शकों को यह समझ में आ सके कि शक्ति उपासना का क्या महत्व था और भगवान राम ने इसे क्यों अपनाया था। इस प्रसंग में भारतखंडे के छात्र शास्त्रीय संगीत, नृत्य और नाट्य के मिश्रण से इसे बेहद आकर्षक बनाने का प्रयास कर रहे हैं।
अद्वितीय मंच और परिधान-
रामलीला के दौरान छात्रों ने परंपरागत परिधानों और मंच की डिजाइन पर भी ध्यान दिया है। भारतखंडे विश्वविद्यालय के प्रशिक्षक और छात्रों ने प्राचीन भारतीय शैली को अपनाते हुए पात्रों के परिधानों को तैयार किया है, जिससे वह उस युग का अनुभव करा सके। साथ ही, रामायण के हर प्रसंग को प्रभावी बनाने के लिए बैकग्राउंड म्यूजिक, लाइटिंग और दृश्यों में भी बदलाव किए गए हैं।
छात्रों के लिए एक अद्भुत अनुभव-
इस रामलीला में भाग लेने वाले छात्रों का मानना है कि यह उनके लिए न केवल एक कला का प्रदर्शन है, बल्कि प्रभु राम के आदर्शों को समझने का अवसर भी है। इस आयोजन के माध्यम से वे न केवल रामायण की कहानियों का मंचन कर रहे हैं बल्कि भारतीय संस्कृति और उसके विभिन्न पहलुओं को भी गहराई से जान रहे हैं। अयोध्या की इस खास रामलीला को देखने के लिए देशभर से लोग जुट रहे हैं।