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सज्जनशक्ति के माध्यम से संगठित एवं अनुशासित समाज शक्ति खड़ी करना शताब्दी वर्ष का मूल लक्ष्य – डॉ. मोहन भागवत जी

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बारां। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी ने चार दिवसीय बारां प्रवास के पहले दिन संस्था धर्मदा धर्मशाला में प्रान्त के सभी प्रचारकों के साथ बैठक की। बारां विभाग के विभाग संघचालक रमेश चंद्र मेहता ने बताया कि बैठक में सभी जिला एवं विभाग प्रचारकों से शताब्दी वर्ष के निमित्त कार्य विस्तार की योजना और कार्य के दृढ़ीकरण की विस्तार से चर्चा की गई।

सरसंघचालक जी ने गुरुवार को प्रचारकों से चर्चा करते हुए कहा कि हमें शताब्दी वर्ष सेलिब्रेशन के रूप में नहीं मानना है। पूजनीय डॉक्टर साहब ने संगठित, सबल और अनुशासित हिन्दू समाज का जो स्वप्न देखा था। वह शताब्दी वर्ष तक हमें पूर्ण करना है। इस निमित्त प्रत्येक ग्राम और नगरीय क्षेत्र में उप-बस्ती तक कार्य का विस्तार करना है। प्रचारकों के साथ कार्य विस्तार के संदर्भ में व्यापक समीक्षा भी की गई, साथ ही सरसंघचालक जी ने बताया कि समाज को स्वावलंबी और अनुशासित बनाने के लिए सज्जनशक्ति को साथ लेकर हर ग्राम तक जन जागरण का कार्य व्यापक रूप से चलाना होगा। इन सब कार्यों की पूर्ति के लिए बड़ी संख्या में समय देने वाले कार्यकर्ताओं की संख्या बढ़ानी होगी।

सरसंघचालक जी का संस्था धर्मदा धर्मशाला परिसर में पहुंचने पर संस्था के सदस्यों ने तिलक लगाकर एवं श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। बैठक में प्रांत के सभी जिला, विभाग प्रचारकों के साथ वरिष्ठ प्रचारक अरुण जी जैन, सुरेशचंद जी, बलिराम जी, निंबाराम जी भी उपस्थित रहे।