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गौ-शाला नहीं, गौ-सेवा केंद्र बनना चाहिए – अजित महापात्र जी

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राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पश्चिम उत्तर प्रदेश क्षेत्र के 20 दिवसीय कार्यकर्ता विकास वर्ग – प्रथम (सामान्य) के समापन समारोह का आयोजन नेहरू स्टेडियम, गाज़ियाबाद में किया गया.

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्रीमहंत नारायण गिरी जी महाराज (अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीपंच दशनाम जूना अखाड़ा, वाराणसी और पीठाधीश्वर श्री दूधेश्वरनाथ मंदिर, गाजियाबाद) ने कहा कि अपना-अपना परिवार छोड़ कर इतनी भीषण गर्मी में रह रहे हैं और जिन्होंने भोजन की व्यवस्था की ऐसी माता-बहनों को प्रणाम. यहां सभी शिक्षार्थी तपस्वी हैं, ऐसा कहने में हमें संकोच नहीं है.

उन्होंने कहा कि एक मां ने अपने मन में संकल्प लिया और शिवाजी को ऐसा वीर बनाया, जिसने पूरे देश का कायाकल्प कर दिया. माता जीजाबाई ने शिवाजी को एक महान चरित्रवान पुत्र बनाया. शिवाजी महाराज ने 15 वर्ष की आयु में 25 किले जीत लिये और अपने जीवन में कभी हार स्वीकार नहीं की.

देश भक्त बालक केशव ने वन्दे मातरम् से अंग्रेज अफ़सर का स्वागत किया. डॉ. हेडगेवार ने कल्पना भी नहीं की थी कि भारत खंडित हो जाएगा. आज हिन्दू एकत्रित हो रहा है, संगठित हो रहा है. स्वयंसेवक के शरीर में मिट्टी लगते-लगते मिट्टी से ऐसा प्रेम हो जाता है कि इस मिट्टी के लिये अपने प्राण दे देता है.

समापन समारोह के मुख्य वक्ता अजित महापात्रा (अखिल भारतीय गौ-सेवा प्रमुख) ने कहा कि समाज में कहीं भी कोई दुख होता है तो स्वयंसेवक पहुँचता ही है. समाज में छोटे-छोटे कार्यक्रमों के माध्यम से अद्भुत परिवर्तन होता है. यदि समाज चाहे तो कुछ भी कर सकता है. गाय के नाम पर राजनीति नहीं होनी चाहिए और गौ-शाला नहीं गौ-सेवा केंद्र बनना चाहिए.

कार्यकर्ता विकास वर्ग में ब्रज, मेरठ एवं उत्तराखण्ड प्रान्त के 39 जनपदों से लगभग 250 स्वयंसेवक राष्ट्र प्रथम का भाव लिए अनुशासन के साथ शामिल हुए. समापन कार्यक्रम में वर्ग के सर्वाधिकारी डॉ. नरेंद्र तनेजा (प्रान्त सह-संघचालक, मेरठ प्रान्त), धुरेन्द्र जी (गाजियाबाद महानगर संघचालक) प्रमुख क्षेत्राधिकारी, आध्यात्मिक गुरु स्वामी दीपांकर जी सहित स्वयंसेवक एवं समाज से बंधु/भगनी दर्शक दीर्घा में उपस्थित थे.