हापुड़, उत्तर प्रदेश
देशभर में दीपावली की धूम मची है। बाजारों में रोशनी और रौनक छाई हुई है। मिठाइयों की दुकानों पर लंबी कतारें लग रही हैं और हर कोई अपने घर को सजाने की तैयारियों में जुटा है। चारों ओर खुशियों और उमंग का माहौल है। इसी बीच उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले से एक प्रेरणादायक पहल सामने आई है, जो न केवल त्योहार की चमक बढ़ा रही है बल्कि पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दे रही है।
बताते चलें कि हापुड़ में दीपावली के अवसर पर देसी गाय के गोबर से बने दीये और लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियों की खूब मांग है। यहां के पिलखुवा के पास ग्राम दतैड़ी की गोशाला में गाय के गोबर से आकर्षक डिजाइन वाले दीये, मूर्तियां, हवन सामग्री, धूप और अगरबत्ती जैसी पूजा की चीजें बनाई जा रही हैं। इन इको-फ्रेंडली मूर्तियों और दीयों की विशेषता यह है कि यह पानी में विसर्जन के बाद आसानी से घुल जाते हैं और पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचाते। लखनऊ, दिल्ली और अन्य शहरों से भी इन उत्पादों की मांग लगातार बढ़ रही है। इस से पर्यावरण की रक्षा के साथ साथ बेसहारा गोवंश को भी सहारा मिल रहा है।