इनसे मिलिए ये हैं बागपत के काठा गांव की रहने वाली किसान पवित्रा चौधरी। कुछ वर्ष पहले तक ये भी दूसरी महिलाओं की तरह घर काम किया करती थी। लेकिन वह घर के कामों से संतुष्ट नहीं थी इसलिए वह कुछ अलग करना चाहती थी। इसके बाद उन्होंने यूट्यूब पर सरकार की योजनाओं को देखकर ऑर्गेनिक खेती करने का निर्णय लिया। सरकारी योजनाओं का लाभ मिला तो वह आगे बढ़ती गई।
आज वह लगभग 20 बीघे जमीन में ऑर्गेनिक खेती कर हर महीने हजारों रुपये की कमाई कर रही हैं। महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए पवित्रा ने श्रीगणेश नाम से एक महिला समूह बनाया है। इस समूह के माध्यम से वे 12 अन्य महिलाओं को भी सशक्त बनाने का प्रयास कर रही हैं। किसान पवित्रा स्वयं तो ऑर्गेनिक खेती कर ही रहीं हैं साथ ही समूह की महिलाओं के साथ मिलकर वह नींबू, आम के साथ ही कई अन्य प्रकार के अचार तैयार करती हैं। इस अचार को वह 100 से 250 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से बेचती हैं।
इनके बनाएं आचार की लोकप्रियता का अनुमान आप इस बात से लगा सकते हैं कि बागपत ही नहीं प्रदेश के कई जिलों के लोग इनके बनाए अचार की मांग करते हैं जिन्हें बेचकर ये महिलाएं आर्थिक रुप से सशक्त हो रही हैं। पवित्रा बताती हैं कि उन्होंने अपने घर में किचन गार्डन भी बनाया है। जिसमें वह ऑर्गेनिक तरीके से मूली, गाजर, गोभी, बैंगन व अन्य सब्जियां तैयार कर अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखती हैं और अन्य लोगों को भी किचन गार्डन के लिए जागरुक करती हैं।
पवित्रा की इस पहल के लिए उन्हें प्रदेश सरकार द्वारा कई सम्मानों से सम्मानित किया जा चुका है। पूरे प्रदेश में पवित्रा के कामयाबी के चर्चे हैं लोग उनके कामों की प्रशंसा करते हैं सही अर्थों में कहें तो पवित्रा आज उन सभी महिलाओं के लिए एक आदर्श हैं जो अपने दम पर कुछ करना चाहती हैं जीवन में आगे बढ़ना चाहती हैं।उपलब्ध संसाधनों में गांव में रहकर ही किस प्रकार से स्वावलम्बन की कहानी लिखी जाती है वह कोई पवित्रा से सीखें।
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इस महिला ने खेती के साथ शुरू किया अचार का बिजनेस, बागपत से लखनऊ तक है डिमांड
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