उत्तर प्रदेश में आतंकी षड्यन्त्र फैलाने वालों के अड्डों पर ATS ने कड़ी कार्रवाई करते हुए अब तक 8 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इनमें से 5 आतंकी पहले ही गिरफ्तार किए जा चुके थे। जबकि गिरोह से जुड़े तीन अन्य लोगों को भी हिरासत में ले लिया गया है। इन तीनों युवकों ने कई बार सिंडिकेट के मास्टरमाइंड मोहम्मद रजा से बात की थी। सूत्रों के अनुसार, यूपी एटीएस ने सिंडिकेट से जुड़े दूसरे सदस्यों के भी तलाश में जुटी है। सिंडिकेट के मास्टरमाइंड मोहम्मद रजा की गिरफ्तारी 30 सितंबर को केरल से की गई थी। यूपीएटीएस की पूछताछ में रजा ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। मोहम्मद रजा युवाओं को भड़काने के लिए सोशल मीडिया के माध्यम से वीडियो भेजता था। उसने पूछताछ में बताया कि अब तक ऐसे लगभग 300 वीडियो भेज चुका है। इन वीडियो में युवकों को दूसरे धर्म के विरुद्ध उकसाने का काम करता था। वीडियो के अतिरिक्त वह कई बार वीडियो कॉल से भी ग्रुप पर ऑनलाइन प्रचार करता था।
विदेशी फंडिंग से षड्यन्त्र के संकेत
सिंडिकेट को चलाने के लिए आने वाले खर्च में विदेशी फंडिंग की भी बात सामने आई है। सूत्रों के मानें तो एटीएस को इस बात के भी संकेत मिले हैं कि मुजाहिद्दीन आर्मी बनाकर प्रदेश में हिंसा फैलाने का षड्यन्त्र रचा जा रहा है। इसमें विदेशी फंडिंग को लेकर भी छानबीन तेज कर दी गई है।
लड़कियों और बच्चों को मुहरा बनाने का प्रयास नाकाम
बताया जा रहा है कि मोहम्मद रजा की गिरफ्तारी के बाद से फतेहपुर के राधानगर थाना क्षेत्र के अंदौली गाँव से कई युवक भी लापता हैं। पुलिस इनकी गतिविधियों की जाँच कर एसटीएफ को इनपुट दे रही है।
मोहम्मद रजा पर आरोप है कि वह मुजाहिद्दीन आर्मी में युवाओं के साथ-साथ युवतियों को भी सम्मिलित करने के प्रयास में जुटा था। इसके लिए लड़कियों को कट्टरपंथी बनाने की बाकायदा योजना बनाई गई थी। सूत्रों के अनुसार, मोहम्मद रजा और उसके सहयोगी ‘इस्लाम की मुजाहिद बेटियाँ’ नाम की एक किताब के जरिए महिलाओं को उकसाने की कोशिश में जुटे थे। इस किताब को सोनभद्र के सफील सलमानी नाम के शख्स ने मोहम्मद रजा के साथ मिलकर तैयार किया था। इसमें महिलाओं और बच्चों को इस्लाम के नाम पर सक्रिय भूमिका निभाने के लिए उकसाने का प्रयास किया गया है। इस भड़काऊ किताब को पीडीएफ फॉर्मेट में सोशल मीडिया पर वायरल करने की योजना थी।
ATS ने तोड़ी विदेशी सिंडिकेट की ‘कमर’
रजा की गिरफ्तारी के बाद से ही एटीएस ने कई संदिग्ध नंबर सर्विलांस पर लगाए थे। जिनके माध्यम से केरल और उत्तर प्रदेश के दूसरे शहरों में मोहम्मद रजा के सम्पर्क में रहने वालों का ब्यौरा जुटाया गया। जिसके बाद तीन और लोगों को हिरासत में लिया गया है। रजा के कनेक्शन में आने वाले सभी लोगों को पूछताछ जारी है। साथ ही कॉल डिटेल्स के आधार पर भी इन तीनों से सवाल-जवाब किए जा रहे हैं।