• अनुवाद करें: |
मुख्य समाचार

संभल में कुएं की खुदाई के दौरान मिलीं तीन प्राचीन मूर्तियां

  • Share:

  • facebook
  • twitter
  • whatsapp

- मूर्तियों के खंडित होने के कारणों की होगी जांच

- मूर्तियों को संग्रहालय या अन्य उपयुक्त स्थान पर संरक्षित किया जाएगा

संभल। उत्तर प्रदेश के संभल जिले में हाल ही में एक कुएं की खुदाई के दौरान तीन प्राचीन मूर्तियां बरामद हुईं हैं। ये मूर्तियां काफी पुरानी और खंडित अवस्था में मिली हैं, जिसके बाद स्थानीय लोगों में उत्सुकता और श्रद्धा दोनों बढ़ गई है।

यह घटना संभल के एक गांव में हुई, जहां ग्रामीण कुएं की मरम्मत के लिए खुदाई कर रहे थे। खुदाई के दौरान तीन मूर्तियां मिट्टी के नीचे दबे हुए हालात में मिलीं।  मूर्तियों में कुछ हिस्से खंडित पाए गए, जिन्हें ग्रामीणों ने तुरंत पुलिस को सूचना देकर सुरक्षित करवाया।

प्रशासन की कार्रवाई -

पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मूर्तियों को अपने कब्जे में ले लिया और उन्हें सुरक्षित स्थान पर भेजा। पुलिस और पुरातत्व विभाग को संदेह है कि ये मूर्तियां प्राचीन काल की हो सकती हैं, और खंडित होने के पीछे कई कारण हो सकते हैं। पुरातत्व विशेषज्ञों और फोरेंसिक टीम को इसकी उम्र, सामग्री और खंडित होने के कारणों का पता लगाने के लिए जांच के निर्देश दिए गए हैं।

खंडित होने के कारणों की जांच -

मूर्तियों के खंडित होने के पीछे संभावित कारणों की जांच की जाएगी, जैसे: 

1. प्राकृतिक कारण: समय के साथ मिट्टी में दबे रहने से मूर्तियां कमजोर होकर खंडित हो सकती हैं।

2. मानवीय गतिविधियां: अतीत में किसी आक्रमण या धार्मिक संघर्ष के दौरान इन्हें खंडित किया गया हो।

3. पुरातात्विक कारण: हो सकता है ये मूर्तियां किसी मंदिर या प्राचीन संरचना का हिस्सा रही हों।

स्थानीय प्रतिक्रिया -

मूर्तियों के मिलने के बाद क्षेत्र में लोगों की भारी भीड़ जुट गई। कई लोग इसे धार्मिक और चमत्कारी घटना मान रहे हैं। वहीं, पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सुरक्षा बढ़ा दी है।

स्थानीय निवासी का बयान :

"यह हमारे लिए आस्था का विषय है। सरकार को इन मूर्तियों का संरक्षण करना चाहिए और मंदिर का निर्माण कराना चाहिए।"

पुरातत्व विभाग की भूमिका -

•  पुरातत्व विभाग मूर्तियों की उम्र का पता लगाएगा।

•  इतिहासिक महत्व का विश्लेषण करेगा।

•  मूर्तियों को संग्रहालय या अन्य उपयुक्त स्थान पर संरक्षित किया जाएगा।

जांच रिपोर्ट : मूर्तियों के खंडित होने की वजह पर विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जाएगी। यदि मूर्तियां ऐतिहासिक हैं, तो उन्हें संरक्षित करने की योजना बनाई जाएगी। स्थानीय लोगों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए प्रशासन उचित कदम उठाएगा।