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देवभूमि को तीन नई हवाई सेवाएं, सीएम धामी ने किया शुभारंभ

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 उत्तराखंड। 

-चारधाम सहित कई धार्मिक स्थानों को मिली हवाई सेवा

- यह पहल धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने में होगी सहायक  

- 55 मिनट में देहरादून से अल्मोड़ा की दूरी 

- किराया प्रति व्यक्ति लगभग 4,989 रुपये निर्धारित

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हाल ही में राज्य की कनेक्टिविटी में सुधार लाने के उद्देश्य से देहरादून स्थित सहस्रधारा हेलीपोर्ट पर एक नए यात्री टर्मिनल भवन का उद्घाटन किया और इसके साथ ही देहरादून से अल्मोड़ा तक की नई हेलीकॉप्टर सेवा का शुभारंभ भी किया। इस नई सेवा के तहत, देहरादून और अल्मोड़ा के बीच यात्रा को लगभग 55 मिनट में पूरा किया जा सकेगा। किराया प्रति व्यक्ति लगभग 4,989 रुपये निर्धारित किया गया है, जिससे स्थानीय निवासियों और पर्यटकों दोनों को सस्ती हवाई सेवा का लाभ मिलेगा।

यह पहल उत्तराखंड के कुमाऊँ क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ ही, ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों जैसे जागेश्वर धाम और नंदा देवी मंदिर तक पहुंच को आसान बनाएगी। हेलीपोर्ट के नए टर्मिनल भवन में लगभग 400 यात्रियों की क्षमता और कई आधुनिक सुविधाएं शामिल हैं, जिसका निर्माण लगभग 24 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है। यह सेवा सप्ताह में 6 दिन उपलब्ध होगी, और यह पवन हंस लिमिटेड के डबल इंजन हेलीकॉप्टर द्वारा संचालित की जाएगी, जो कि सुरक्षा और गति में बेहतरीन माने जाते हैं।

नई हवाई सेवाओं के शुभारंभ से कई क्षेत्रों को लाभ होगा

पर्यटन-

कुमाऊँ और गढ़वाल जैसे प्रमुख पर्यटन स्थलों तक पहुंच आसान होगी। खासतौर से अल्मोड़ा, जागेश्वर धाम, और नंदा देवी मंदिर जैसे ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल हवाई सेवाओं के कारण अधिक सुगम हो जाएंगे, जिससे पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी।

स्थानीय आर्थिक विकास-

बढ़ते पर्यटकों के कारण स्थानीय व्यापार, होटलों, रेस्तरां, और परिवहन सेवाओं को भी प्रोत्साहन मिलेगा। इससे स्थानीय रोजगार के अवसरों में वृद्धि होगी और क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।

आवागमन सुविधा-

देहरादून से अल्मोड़ा के बीच हेलीकॉप्टर सेवा शुरू होने से आवागमन में लगने वाला समय काफी घट जाएगा। यह सेवा सप्ताह में 6 दिन उपलब्ध होगी, जिससे स्थानीय निवासियों को भी लाभ मिलेगा। 

आपातकालीन चिकित्सा सेवाएं-

पहाड़ी क्षेत्रों में जहां सड़क यात्रा लंबी और कठिन हो सकती है, हेलीकॉप्टर सेवाओं से आपातकालीन चिकित्सा सहायता भी समय पर पहुंच सकेगी, खासकर उन जगहों पर जहां स्वास्थ्य सेवाओं तक तत्काल पहुंच आवश्यक होती है।

उत्तराखंड में नई हवाई सेवाओं के शुरू होने से कई प्रमुख धार्मिक स्थलों तक पहुंच आसान हो जाएगी, जिससे राज्य के तीर्थ स्थलों का विशेष रूप से लाभ होगा। 

जागेश्वर धाम-

यह मंदिर अल्मोड़ा जिले में स्थित है और भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक माना जाता है। नई हेलीकॉप्टर सेवा से देहरादून और अल्मोड़ा के बीच यात्रा सरल हो जाने से जागेश्वर धाम के दर्शनार्थियों की संख्या में वृद्धि होगी।

नंदा देवी मंदिर-

नंदा देवी उत्तराखंड की पारंपरिक देवी मानी जाती हैं और उनका मंदिर कुमाऊँ क्षेत्र में एक प्रमुख धार्मिक स्थल है। इस सेवा से नंदा देवी मंदिर तक पहुंचने वाले श्रद्धालुओं के लिए यात्रा का समय कम होगा, जिससे यहां आने वालों की संख्या में इजाफा होगा।

केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम-

नई हवाई सेवाओं से कनेक्टिविटी में सुधार के चलते इन चारधाम यात्रा स्थलों तक जाना आसान हो जाएगा। हालांकि ये सेवाएं सीधे केदारनाथ और बद्रीनाथ को नहीं जोड़तीं, लेकिन कुमाऊँ और गढ़वाल क्षेत्र में सुविधाओं के विस्तार से इन स्थलों की यात्रा में भी तेजी और सुलभता आएगी।

पंचकेदार-

इन पांच पवित्र शिव मंदिरों में से कुछ केदारनाथ के आसपास हैं और हवाई सेवाओं से इन क्षेत्रों तक पहुंचने में सहायता होगी, विशेष रूप से उन यात्रियों के लिए जो समय बचाना चाहते हैं। यह पहल धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने में सहायक होगी, जिससे राज्य के प्रमुख धार्मिक स्थलों की यात्रा और भी सुगम होगी।