लगातार बढ़ते प्लास्टिक प्रदूषण से छुटकारा पाने के लिए देश के विभिन्न स्थानों पर सरकार और संस्थाएं अपने – अपने स्तर पर कार्य कर रही हैं। इसी दिशा में उत्तराखण्ड का ऋषिकेश नगर निगम एक अच्छा कार्य कर रहा है।
यहां प्लास्टिक कबाड़ और बेकार सामान से अब नगर निगम शहर के पार्कों को संवारकर उन्हें वेस्ट टू वंडर में बदलने जा रहा है। शहर के पहले वेस्ट टू वंडर पार्क के लिए नगर निगम परिसर स्थित दीनदयाल पार्क को चयनित किया गया है। ट्रायल के तौर पर प्लास्टिक कबाड़ से इस पार्क को संवारा जाएगा। प्रयोग सफल रहने पर शहर के अन्य पार्कों को भी वेस्ट टू वंडर बनाया जाएगा।
करीब ढाई लाख रुपये की लागत से इस पार्क को संवारा जाएगा। पार्क में बेंच, झूले से लेकर पौधरोपण के लिए गमलों के रूप में प्लास्टिक कबाड़ जैसे टायर आदि का प्रयोग किया जाएगा। निगम प्रशासन का कहना है कि इससे जहां प्लास्टिक कबाड़ का प्रयोग हो सकेगा, वहीं लोगों में यह संदेश भी जाएगा कि निष्प्रयोज्य कबाड़ का कैसे बेहतर प्रयोग करना है।
नगर निगम ऋषिकेश द्वारा प्लास्टिक प्रदूषण को कम करने लिए किया जा रहा यह प्रयास वास्तव में सराहनीय है।