उत्तराखण्ड बोर्ड परीक्षा परिणाम घोषित, विद्या भारती के छात्रों का रहा दबदबा
उत्तराखण्ड
-जतिन ने किया जिला टॉप, प्रदेश में रोशन किया नाम
-सफलता का राज अनुशासन और शिक्षकों की मेहनत
उत्तराखण्ड बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षाओं के परिणाम घोषित हो गए हैं, और एक बार फिर विद्या मंदिरों ने श्रेष्ठता सिद्ध की है। इस वर्ष मेरिट सूची में 37.7 प्रतिशत छात्र-छात्राएं विद्या मंदिरों से हैं। यह सफलता विद्यार्थियों के अनुशासन, शिक्षकों की लगन और समर्पण का प्रतिफल है।
किसान के बेटे कमल सिंह ने रचा कीर्तिमान
हाईस्कूल परीक्षा में बागेश्वर जिले के रीमा क्षेत्र के किड़ई गांव निवासी कमल सिंह चौहान ने 99.20 प्रतिशत (496/500) अंक प्राप्त कर प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त किया। कमल एक किसान परिवार से हैं और पढ़ाई के लिए बागेश्वर नगर में किराये के कमरे में रहकर तैयारी कर रहे थे। वह विवेकानंद विद्या मंदिर, बागेश्वर के छात्र हैं। कमल का सपना सेना में अधिकारी बनने का है। उनके पिता हरीश सिंह चौहान किसान हैं और माता पुष्पा देवी गृहिणी हैं।
शॉर्टकट नहीं, मेहनत है सफलता की कुंजी
चार भाई-बहनों में सबसे छोटे कमल ने बताया कि उन्होंने किताबों के साथ-साथ यूट्यूब और अन्य डिजिटल माध्यमों से भी पढ़ाई की। वे कहते हैं, "सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता। मेरी सफलता का राज केवल मेहनत है। छात्रों को चाहिए कि वे कोचिंग या ट्यूशन पर पैसे खर्च करने की बजाय स्वयं अध्ययन करें, सोशल मीडिया और किताबों का सही उपयोग करें"
जतिन जोशी बने जिला टॉपर
हरगोविंद सुयाल सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज, हल्द्वानी के छात्र जतिन जोशी ने हाईस्कूल परीक्षा में 99.20 प्रतिशत अंक प्राप्त कर प्रदेश और जिला टॉप किया है। उनकी सफलता से उनके माता-पिता, शिक्षक और विद्यालय में हर्ष का माहौल है। आप को बात दें की जतिन की बड़ी बहन प्रतिभा जोशी ने भी इंटरमीडिएट परीक्षा में राज्य स्तर पर 25वां स्थान प्राप्त किया है
आईआईटी में जाना चाहते हैं जतिन
जतिन ने अपनी सफलता का श्रेय नियमित अध्ययन, आत्मविश्वास और शिक्षकों के मार्गदर्शन को दिया। उनकी बड़ी बहन प्रतिभा ने इंटरमीडिएट परीक्षा में प्रदेश में 18वां स्थान प्राप्त किया है। जतिन आईआईटी से पढ़ाई करना चाहते हैं, जबकि प्रतिभा का सपना सिविल सर्विसेज में जाना है। दोनों की सफलता से परिवार गौरवांवित है।
विद्या मंदिरों की श्रेष्ठता बनी रही कायम
केवल कमल और जतिन ही नहीं, बल्कि अन्य कई विद्या मंदिरों के छात्र-छात्राओं ने भी शानदार प्रदर्शन किया। गोस्वामी गणेशदत्त विद्या मंदिर इंटर कॉलेज और सरस्वती विद्या मंदिर, चिन्यालीसौड़ से भी कई छात्र मेरिट सूची में सम्मिलित हुए हैं।
वहीं बात करें हरिद्वार के सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज मायापुर की तो हाईस्कूल के 3 छात्रों ने प्रदेश में 9वां, 11वां और 22 वां स्थान पर अपना नाम अंकित किया है
विद्या भारती के छात्रों के नाम अंकित
1- कमल सिंह चौहान (विवेकानंद VMIC, मंडलसेरा, बागेश्वर)
2- जतिन जोशी (HGS SVM IC, कुसुमखेड़ा, हल्द्वानी, नैनीताल)
3- कनकलता, जिन्होंने 495 अंक (99.00%) प्राप्त किए हैं और SVM IC, न्यू टिहरी (टिहरी गढ़वाल)
4- दिव्यम (गोस्वामी गणेश दत्त SVMIC, उत्तरकाशी), तीसरा स्थान
5- दीपा जोशी (PP SVMIC, ननकमत्ता, ऊधम सिंह नगर)।
इन सभी छात्रों ने 494 अंक (98.80%) प्राप्त करके अपने नाम के साथ में विद्याभारती संस्थान का नाम रोशन कर रहे हैं।
विद्या भारती की पहचान अनुशासन, गुणवत्ता और समर्पण
सरस्वती विद्या मंदिरों का परीक्षा परिणाम हर वर्ष बेहतर होता जा रहा है। इन विद्यालयों की विशेष बात है, अनुशासन, उच्च शिक्षा स्तर, शिक्षकों की मेहनत और विद्यार्थियों की लगन। शिक्षा के साथ-साथ खेल और सांस्कृतिक गतिविधियों में भी विद्या भारती का योगदान सराहनीय रहा है।

