दिव्यांग
विद्यार्थी शिक्षा के माध्यम से अपनी एक अलग पहचान बना रहें हैं. उन्हें शिक्षा से जोड़ने के लिए अनेक संस्थाएं भी कार्य करती हैं. अपने इसी प्रयास के साथ बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा विद्यालयों
में पढ़ रहे ऐसे अनेक विद्यार्थियों को जिन्हें चलने के लिए दूसरों की मदद की
आवश्यकता पड़ती हैं, उन्हें घर पर ही पढ़ाने की व्यवस्था
की जा रही है. शासन की ओर से पढाई के लिए विशेष
सामग्री उपलब्ध कराई गई है, जिससे स्पेशल एजुकेटर और
फिजियोथेरेपिस्ट पढ़ा सकेंगे.
बच्चों को
विशेष तरह से अक्षरों का ज्ञान और चित्रों के माध्यम से वस्तुओं की पहचान कराई
जाएगी. शिक्षा के जिला समन्वयक प्रदीप कुमार का
कहना है कि शासन की ओर से 70 दिव्यांग विद्यार्थियों को पढाई के
लिए सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है.
इसमें स्टेशनरी और
व्यायाम की भी सामग्री दी गई है.
जिसमें बच्चों के लिए
बहुत कुछ शामिल हैं. इसी के साथ ही अभिभावकों को भी
प्रशिक्षण दिया जाएगा.
फिजियोथेरेपिस्ट
का काम होगा कि वे बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ शारीरिक
रूप से मजबूत बनाने के लिए उन्हें व्यायाम भी कराएंगे. अब आपको बताते हैं कि बच्चों को किस तरह की सामग्री दी जाएगी- अल्फाबेटिक हिंदी व अंग्रेजी के नंबर, पशु-पक्षियों के चार्ट, शरीर के अंग,
डॉक्टर सेट, यातायात के साधन जैसे विभिन्न बोर्ड दिए गए हैं.
दिव्यांग
बच्चों को शिक्षा देने के लिए सरकार और शिक्षा विभाग सदैव कार्यरत रहतें हैं. उन्हें भी पढाई के लिए उचित सामग्री उपलब्ध हो और वे अच्छे से
पढ़ सकें, इसके लिए खास व्यवस्था कराई जाती है.